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हाथ की मंहदी भी नहीं छूटी, ससुराल से उठी नयी दुल्हन की अर्थी! शादी के 17 दिन बाद ही नवविवाहिता की पति ने 10 बार चाकू मारकर की हत्या

मध्य प्रदेश के इंदौर में हत्या का मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक चौंकाने वाली घटना में, एक नवविवाहित व्यक्ति ने कथित तौर पर दोनों के बीच गरमागरम बहस के बाद अपनी पत्नी की चाकू मारकर हत्या कर दी। इंदौर में शख्स ने शादी के 17 दिन बाद पत्नी की चाकू मारकर हत्या कर दी। लड़की के परिवार ने बेटी की हत्या के पीछे दहेज को कारण बताया है। मृतक लड़की का नाम अंजलि हैं। अंजलि के चाचा ओमप्रकाश यादव के अनुसार, परिवार शादी के दूसरे दिन से ही अंजलि को “दहेज” के लिए परेशान कर रहा था, उनके दावे के अनुसार विक्रम ( अंजलि का पति) के पिता ने शादी से एक दिन पहले उनसे 2 लाख या शादी रद्द करने की मांग की। अंजलि के परिवार के सदस्य ने एक दिन के लिए कहा 2 लाख का भुगतान करें। अगले दिन विक्रम के परिजन ओमप्रकाश यादव के घर पहुंचे जहां उन्होंने वादे के मुताबिक 2 लाख रुपए ले लिए। लेकिन विक्रम के परिवार का लालच नहीं थमा और कार और महंगी चीजों की मांग करने लगा।
आरोपी पति रसोई से चाकू लाया था और कथित तौर पर 7 जून को अपनी पत्नी की हत्या करने के लिए चाकू मारा। कथित तौर पर अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद उसने खुद को भी घायस कर लिया। आरोपी पति की पहचान महू निवासी विक्रम सगोतिया और पीड़ित पत्नी की पहचान देपालपुर निवासी अंजलि के रूप में हुई है।
उनकी शादी के सिर्फ 17 दिन हुए थे, जब विक्रम ने कथित तौर पर पत्नी अंजलि की हत्या कर दी थी। इनकी शादी 21 मई को हुई थी।

एक पत्रकार कविश अज़ीज़ ने अंजलि का अपनी शादी के दिन डांस करते हुए वीडियो ट्वीट किया। अजीज ने बताया कि एक खूबसूरत लड़की को उसके पति ने शादी के महज 17 दिन बाद मार डाला। उन्होंने आगे कहा कि अंजलि ने अपनी मृत्यु से एक रात पहले अपने परिवार को फोन किया और अपने परिवार को वापस घर ले जाने के लिए कहा, लेकिन चूंकि देर रात थी, अंजलि के भाई रूपेश ने उसे अगले दिन सुबह आने का आश्वासन दिया।
उन्होंने बताया कि रूपेश 7 जून की सुबह देपालपुर से महू के लिए निकला था और जैसे ही वह अंजलि के घर पहुंचा तो उसने किसी के चिल्लाने की आवाज सुनी। उसने कहा, रूपेश जांच करने के लिए ऊपर पहुंचा। उन्होंने पाया कि विक्रम ने उसका हाथ झटक दिया और घर से बाहर भाग गया। उन्होंने आगे कहा, अंजलि कमरे में घायल अवस्था में पड़ी थी, उसके शरीर से खून निकल रहा था। रूपेश अंजलि को अस्पताल ले गया और परिवार के सदस्यों को सूचित किया, लेकिन बाद में अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
 

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पुलिस के मुताबिक, दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां अंजलि को मृत घोषित कर दिया गया और आरोपी विक्रम को इलाज के लिए भर्ती कराया गया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने परिवार के दबाव में शादी की थी और घटना के दो दिन पहले उसे नौकरी से निकाल दिया गया था, इसलिए उसने अंजलि को मारने का फैसला किया क्योंकि वह उसकी देखभाल करने से डरता था। पुलिस ने यह भी कहा, आरोपी विक्रम अपना बयान बदल रहा है।
 

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डीएसपी दिलीप चौधरी ने बताया कि नवविवाहिता के परिजनों ने पति व परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। विक्रम के पिता महेश, मां दुर्गा और भाई कृष्णा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी चौधरी ने बताया कि दीपा, जगदीश, धरंका निवासी रानी और इंदौर निवासी रजनी के खिलाफ भी प्रताड़ना का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने शुक्रवार को किशनगंज चौपाटी से महेश उर्फ काका और उसके भाई कृष्णा को गिरफ्तार किया है। महेश के खिलाफ 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक अंजलि को उसके आरोपी पति ने 10 से ज्यादा बार चाकू मारा था।
अंजलि के चाचा ओमप्रकाश यादव के मुताबिक शादी के दूसरे दिन से ही परिजन दहेज के लिए अंजलि को प्रताड़ित कर रहे थे। उसने दावा किया कि विक्रम के पिता ने शादी से एक दिन पहले उससे 2 लाख रुपये की मांग की और दहेज की राशि का भुगतान करने में विफल रहने पर शादी रद्द करने की धमकी दी। यादव ने कहा, अगले दिन, विक्रम के पिता को 2 लाख रुपये का भुगतान किया गया था, लेकिन उनका लालच खत्म नहीं हुआ और वे कार सहित महंगे सामान की मांग करने लगे।

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