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WFI की मान्यता रद्द होने के बाद आया पहलवान साक्षी मलिक का बयान, कहा यह फैसला पहलवानों की भलाई के लिए

भारतीय कुश्ती महासंघ की नई संस्था की मान्यता को केंद्रीय खेल मंत्रालय ने रविवार को रद्द कर दिया है। खेल मंत्रालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह को भी निलंबित कर दिया है। दो दिन पहले ही भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के नजदीकी माने जाने वाले संजय सिंह ने संघ के अध्यक्ष पद को हासिल किया था। संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद पूर्व महिला पहलवान साक्षी मलिक ने संन्यास की घोषणा कर दी थी।

साक्षी मलिक के इस घोषणा के बाद पहलवानों में काफी रोष था। वहीं जब केंद्रीय खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ की नई संस्था की मान्यता को रद्द कर दिया है तो एक बार फिर साक्षी मलिक का बयान सामने आया है। पूर्व महिला पहलवान साक्षी मलिक ने सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह फैसला पहलवानों की भलाई के लिए है। साक्षी मलिक का कहना है कि पहलवानों की भलाई के लिए फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि बहन बेटियों की लड़ाई की लिए यह पहला कदम है जिसे मैं समर्थन करती हूं। उन्होंने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ में महिला अध्यक्ष होनी चाहिए जिससे बच्चियों का जीवन सुरक्षित रह सके। साक्षी मलिक ने सरकार से गुजारिश की है कि पहलवानों की बात को समझें और उनकी मांग पर गौर करें ताकि उनकी लड़ाई को मजबूती मिल सके।

बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ के नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह को भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का काफी करीबी माना जाता है। हाल ही में संजय सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष चुने जाने के बाद साक्षी मलिक ने घोषणा की थी कि वह कुश्ती से संन्यास ले रही है। उन्होंने कहा था कि बृजभूषण के करीबी को अध्यक्ष बनाया जाना अच्छा फैसला नहीं है। इस पेज का उन्होंने खुलकर विरोध कर था और कहा था कि बृजभूषण के करीबी को अध्यक्ष चुना गया है ऐसे में कुश्ती महासंघ के काम में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। अध्यक्ष चुने जाने के बाद संजय सिंह ने बृजभूषण से मुलाकात की थी और दोनों की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर सामने आई थी। 

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