दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान की गणना अभी भी हो रही है। यह आकड़े बताते है कि दिल्ली में भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। इसी बीच स्वराज इंडिया पार्टी के सह-संस्थापक और चुनाव विश्लेषक योगेंद्र यादव ने इस चुनावी परिणाम पर प्रकाश डाला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की हार एक बड़ा झटका है, न केवल पार्टी के लिए, बल्कि पूरे विपक्ष के लिए भी। यादव उन्होंने कहा कि अब जब आप केवल पंजाब तक ही सीमित हो गई है, तो पार्टी के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं।
पूरे विपक्ष के लिए खतरा है आप की हार
चुनाव विश्लेषक यादव ने कहा कि कांग्रेस और आप का गठबंधन लंबे समय तक नहीं चल सकता था, क्योंकि विपक्ष के भीतर गंभीर तनाव है और यह विपक्ष के लिए खतरे की बात है। उन्होंने कहा कि यह उन सभी के लिए एक झटका है, जिन्होंने देश में विपरीत राजनीति का सपना देखा था। उन्होंने कहा कि भले ही आप का वोट शेयर भाजपा से केवल 4-5 प्रतिशत कम हो, लेकिन पार्टी के प्रमुख नेता अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की मेहनत के बावजूद हार ने पार्टी के भविष्य को संदिग्ध बना दिया है।
पंजाब में बढ़त बनाने को तैयार बीजेपी
उन्होंने बताया कि भाजपा के लिए अब सारी उम्मीदें पंजाब पर टिकी हैं, अगर पंजाब में आप की स्थिति कमजोर पड़ी, तो भाजपा वहां विधायकों को तोड़ने की कोशिश करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि आप ने सत्ता में आने के बाद वैकल्पिक राजनीति छोड़ दी और सिर्फ कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया, जो अब संतृप्त हो चुकी हैं। यादव ने यह भी कहा कि भाजपा अब सिर्फ जीतने के लिए नहीं, बल्कि देश में पूर्ण प्रभुत्व स्थापित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि अब विपक्ष के लिए यह चुनौती और भी कठिन हो गई है, क्योंकि भाजपा की हालिया जीत से उसकी शक्ति और बढ़ी है।
बीजेपी के साथ रहे वोटर
योगेंद्र यादव ने यह भी बताया कि आप के वोटों में कमी का कारण यह हो सकता है कि पहले मोदी समर्थक जिन्होंने लोकसभा में भाजपा को वोट दिया था, अब विधानसभा चुनावों में आप का समर्थन कर रहे थे, लेकिन इस बार वे भाजपा के साथ रहे। उन्होंने यह भी कहा कि शराब घोटाले और ‘शीश महल’ विवाद के कारण आप की ईमानदार छवि को नुकसान हुआ है। साथ ही दिल्ली सरकार के उपराज्यपाल के साथ झगड़ों ने भी पार्टी की चुनावी विफलता में योगदान किया है।