उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार (26 जुलाई) को घोषणा की कि राज्य अग्निवीरों को यूपी पुलिस और पीएसी में आरक्षण प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि अग्निवीर जब अपनी सेवा के बाद वापस आएंगे, उत्तर प्रदेश सरकार पुलिस सेवा में, पीएसी में इन नौजवानों को प्राथमिकता के आधार पर समायोजन की सुविधा देगी। उनके लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा उत्तर प्रदेश पुलिस में उपलब्ध कराएंगे।
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अपने बयान में उन्होंने कहा कि प्रगति और समृद्धि के नए प्रतिमान स्थापित करने के लिए समय-समय पर किए गए सुधार किसी भी देश और समाज के लिए आवश्यक होते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी अर्थव्यवस्था को सम्मानजनक स्थान दिलाने और भारत को पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने के लिए पिछले 10 वर्षों में कई कदम उठाए गए हैं और हर क्षेत्र में सुधार किए गए हैं।
योगी ने आगे बताया कि हमें राष्ट्रीय सुरक्षा को समान महत्व देने की आवश्यकता है। सशस्त्र बल भी इस सुधार के साथ आगे बढ़े हैं। आज भारतीय सशस्त्र सेनाएं अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों से लैस हैं। यूपी और तमिलनाडु में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे सशस्त्र बल इसी गति से, इस रिफॉर्म के साथ आगे बढ़ सकें, इसके लिए अग्निवीर योजना को आगे बढ़ाया गया है। युवाओं के मन में उत्साह है। अग्निपथ योजना के तहत 10 लाख अग्निवीर अपनी सेवाएं देने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक दल जिनके लिए राजनीति देश से बड़ी है, वे देश की कीमत पर राजनीति करना चाहते हैं। सुधार से जुड़ी, प्रगति से, समृद्धि से जुड़ी हर चीज में बाधा डालना उनका काम है। वे ऐसा लगातार करते हैं…विपक्ष ने इस मामले पर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की। मेरा मानना है कि हमें राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च मानते हुए इस सशस्त्र बल सुधार को आगे बढ़ाना चाहिए।