उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि वर्ष 2017 से पहले का उत्तर प्रदेश दंगा प्रदेश था और आज पूरी दुनिया में इसे उत्तर प्रदेश (वास्तविक नाम) के नाम से जाना जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर और गाजियाबादमें नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के प्रचार के लिये आयोजित जनसभाओं में लोगों से कहा, ‘‘वर्ष 2017 से पहले का उत्तर प्रदेश दंगा प्रदेश था। आज पूरी दुनिया में यह उत्तर प्रदेश के नाम से जाना जा रहा है।’’
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी की सरकार में वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक दंगा हुआ था।
इसके अलावा अन्य कई जिलों में सांप्रदायिक विवाद के मामले सामने आये थे।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में पर्व और त्योहार के पहले कर्फ्यू लग जाते थे। आज कर्फ्यू नहीं बल्कि प्रदेश के हर कोने से कांवड़ यात्रा निकलती है। पिछले छह वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ। पेशेवर अपराधियों और माफिया का हाल तो आप देख ही रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का जनमानस सुरक्षित है और विकास के बारे में सोच रही है, वहीं परिवारवाद और तमंचावादी लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि छह वर्ष पहले हमारा नौजवान अपनी पहचान छुपाता था, लेकिन आज वही सीना तान कर बोलता है कि वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
उन्होंने कहा कि हापुड़ से कुछ दूरी पर जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बन रहा है, जो आवागमन की सुविधा को बेहतर करेगा, वैसे तो हापुड़ की अपनी पहचान रही है और कोई भी भोजन हापुड़ के पापड़ के बगैर पूरा नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसके बिना भोजन का स्वाद ही फीका पड़ जाता है।
आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारों में जहां हापुड़ अपनी पहचान खो रहा था, वहीं हमारी सरकार ने हापुड़ को फिर से वैश्विक पहचान दिलाई है। यही नहीं गढ़मुक्तेश्वर को एक पवित्र धाम के रूप में विकसित करने के लिए बाबूगढ़ में काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मेरठ के जिमखाना मैदान में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित जनसभा में करीब एक घंटे के भाषण में सपा-बसपा पर जमकर प्रहार किया और कहा, ‘‘उप्र में 2017 से पहले तमंचावादीसरकार थी, जो युवाओं के हाथ में तंमचे थमाती थी, लेकिन आज की सरकार युवाओं के हाथ में टैबलेट थमाती हैं।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सपा, रालोद (राष्ट्रीय लोकदल) गठबंधन अवसरवादी और अराजकतावादी है। उन्होंने कहा कि यह अराजकता की जड़ है और हम मट्ठा डालने का काम कर रहे हैं तो उन्हें परेशानी हो रही है।
योगी ने कहा कि 2017 में अगर मेरठ नगर निगम का भाजपा बोर्ड बना होता तो मेरठ भी नई आभा के साथ बढ़ रहा होता।
उन्होंने कहा कि हमने पैसे की कमी आड़े नहीं आने दी, लेकिन पैसे का सही उपयोग अत्यंत आवश्यक है।
गौरतलब है कि 2017 के नगर निकाय चुनाव में मेरठ में बहुजन समाज पार्टी के महापौर उम्मीदवार ने भाजपा उम्मीदवार को पराजित किया था।
योगी ने भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में शुक्रवार को बुलंदशहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों पर आरोप लगाया और कहा कि सपा,बसपा और राष्ट्रीय लोकदल अवसरवादी और अराजकतावादी पार्टियां हैं और ये दंगे कराती हैं।
उन्होंने कहा कि अब हमारे शहरों की पहचान गंदगी के ढेर के तौर पर नहीं बल्कि स्मार्ट सिटी के तौर पर हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुलंदशहर का सौभाग्य है कि इस जनपद को मां गंगा और मां यमुना दोनों का बराबर सानिध्य प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि आज इस जनपद के पॉटरी उद्योग ने वैश्विक मंच पर अपनी अलग पहचान बनाई है।
डबल इंजन की सरकार कल्याण सिंह जी (उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री)के नाम पर बुलंदशहर में मेडिकल कॉलेज बनवा रही है।
अपनी अन्य चुनावी सभाओं की तरह योगी ने बुलंदशहर में भी कहा कि विकास की गति को तीन गुना बढ़ाने के लिए तीसरे इंजन की जरूरत है, इसके लिए निकाय चुनाव में भाजपा को जिताकर डबल इंजन में तीसरा इंजन जोड़ने का समय आ गया है।
गाजियाबाद की जनसभा में पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारें अवसरवादी थीं, इनके एजेंडे में विकास नहीं था, कहीं हज हाउस के नाम पर तो कहीं कब्रिस्तान के नाम पर पैसा खर्च करते थे, आज उनकी स्थिति आप देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, हमें अवसर मिला, हमने मानसरोवर भवन बनाया, जो गाजियाबाद की शोभा को बढ़ा रहा है।
योगी ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा, चुनाव के समय परिवारवादी पार्टी भी आई होगी, जब ये सत्ता में आते हैं तो तमंचावादी हो जाते हैं,युवाओं के हाथ में भी तमंचा पकड़ाकर एक सामान्य नागरिक के जीने के अधिकार को हड़प लेना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने दोहराया उत्तर प्रदेश में आज पर्व और त्योहार शांतिपूर्वक आयोजित होते हैं, आज कर्फ्यू नहीं लगता, आज तो कांवड़ यात्रा शानदार तरीके से दुग्धेश्वर नाथ मंदिर से निकल हरिद्वार में हरि की पैड़ी तक पहुंचती है।