जिले के पलामेडु में सोमवार को जल्लीकट्टू कार्यक्रम के दौरान 26 वर्षीय अरविंद राज का मुख्यमंत्री पुरस्कार के रूप में कार जीतने का सपना सांड के हमले में उसकी मौत के साथ ही समाप्त हो गया।
अरविंद राज पेशे से निर्माण मजदूर था और सांडों को काबू करना उसका जुनून था। उसने नौ सांडों को काबू में कर भी लिया था, लेकिन जल्लीकट्टू के दौरान एक सांड के हमले में वह घायल हो गया जिससे उसकी मौत हो गई।
घायल होने के बाद अरविंद के पेट से खून निकल रहा था, इसके बावजूद उसने मैदान के अवरोधक पर अपने पैरों पर खड़ा होने की कोशिश की ताकि सांड को काबू कर सके लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था।
खड़ा होने की कोशिश में वह मैदान में गिर गया जिससे जल्लीकट्टू के सह प्रतिभागियों और सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस की उसपर नजर गई। इसके तुरंत बाद अवरोधकों को खोल स्ट्रेचर के साथ वे अंदर गए और अरविंद को तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां से उसे राजाजी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल रेफर कर दिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘उसे 10वें सांड को काबू में करने की कोशिश के दौरान पेट में चोट तब लगी।’’
अरविंद की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने उसके परिवार के लिए तीन लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।
अरविंद की मां देव्यानी ने कहा कि ‘‘मुझे उम्मीद थी की वह जीतेगा। हाल में ही मैं उसकी शादी के लिए लड़की की तलाश कर रही थी।’’ उनसे जब पूछा गया कि क्या राज्य सरकार से उनकी कोई विशेष मांग है तो उन्होंने कहा कि सरकार को 10वीं तक पढ़े उनके बड़े बेटे नरेंद्र राज को नौकरी देनी चाहिए।
राज के घायल होने के बाद पारंपरिक जल्लीकट्टू का खेल कुछ समय के लिए रोका गया और उसके मैदान से जाने के बाद दोबारा शुरू हो गया।