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महाकुंभ 2025 में जाने वाले यात्रियों को हो रही है परेशानियां, घूमने जा रहे लोग इन बातों का रखें खास ख्याल

144 वर्ष बाद महाकुंभ का मेला प्रयागराज में चल रहा है। पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति का शाही स्नान श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। दोनों दिनों को मिलकर कुल 5.15 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में सुरक्षा और सुविधाओं के अच्छे इंतजाम किए गए हैं। हालांकि, इसके बाद भी कई ऐसी चीजें हैं, जिसकी वजह से यात्रियों को परेशानी हो रही है। यदि आप महाकुंभ जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना काफी जरुरी है।
महाकुंभ 2025 में यात्रियों को कैसी परेशानी हो रही है
– महाकुंभ में स्नान के लिए जा रहे हैं, तो यह लोग ध्यान रखें कि घाटों तक कोई भी वाहन जाने की अनुमति नहीं दी गई है। अपनी कार हो या बस, हर एक वाहन को संगम स्थल से लगभग 5 से 10 किमी दूरी पर रोक दिया जा रहा है। जिससे यात्रियों को काफी लंबा चलना पड़ रहा है।
– ठंड ज्यादा होने के कारण जो लोग अपने परिवार के साथ आ रहे हैं, वो लोग अपने साथ एक्स्ट्रा कपड़े लेकर आ रहे हैं। कपड़ों से अधिक बैग होने के कारण लोगों का इतना सामान उठाकर लंबा चलने में परेशानी हो रही है।
–  इस बात का ध्यान रखें कि संगल स्थल तक ऑटो या रिक्शा ले जाने की अनुमति नहीं है। जिससे बुजुर्गों और बच्चों को लंबा पैदल यात्रा करने में दिक्कत हो रही है।
– अत्यधिक भीड़ होने के कारण लोगों को सार्वजनिक टेंट में लोगों को जगह नहीं मिल रही है। जिन लोगों के पास बजट ज्यादा नहीं है। ऐसे में लोगों को पूरी रात खुले आसमान के नीचे ठंड में बिता रहे हैं।
– महाकुंभ में भीड़ अधिक होने के कारण कई लोग अपनों से बिछड़ रहे हैं। घंटों तक वह अपनों की तलाश में घूम रहे हैं। अनाउंसमेंट होने के बाद भी खोजना काफी मुश्किल हो रहा है। इसलिए आप अपने परिवार के साथ ही रहें और अगर गुम होते हैं, तो उन्हें एक जगह के बारे में बता दें कि वहीं आकर मिलें।
– महाकुंभ में सामान चोरी होने की वजह से लोग परेशान है। जो लोग अकेले यात्रा करने गए है, वह घाट पर स्नान करने जाते हैं तो कपड़े और सामान कहीं रखते हैं, तो वह चोरी हो जाते हैं।
– एक घाट से दूसरे घाट पर जाने के लिए लोगों का साधन मिलने में मुश्किल हो रही है।
– महाकुंभ में स्टॉल लगाना काफी मुश्किल है और लोगों के लिए आसान नहीं है। क्यों कि स्टॉल लगाने के प्राइस लाखों में है।

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