हिंदू धर्म में चार बार नवरात्रि आती है, 2 गुप्त नवरात्रि मानी जाती है, जो साधु-संतों के लिए होती है। इसके साथ ही चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि भक्तों के लिए होते हैं, यह साल में दो बार आती हैं। इस साल 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरु होने जा रही हैं। नवरात्रि में 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा की जाती है। इस दौरान भक्तजन मां दुर्गा के दर्शन के लिए अलग-अलग मंदिरों में जाना पसंद करते हैं। इस लेख हम आपको बताने जा रहे हैं देवी मां के मंदिरों के बारे में, जहां दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। आप जाएं इन 5 मंदिरों में दर्शन करने के लिए।
वैष्णो देवी मंदिर
जम्मू और कश्मीर में त्रिकुटा पहाड़ियों पर माता वैष्णो देवी का मंदिर स्थित है। भारत के सबसे फेमस मंदिरों में से एक है वैष्णो देवी मंदिर, यहां हर साल लांखों तीर्थयात्री पहुंचते हैं। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्तों को सुंदर नजारों से होकर ले जाता है और कई लोगों का मानना है कि जब देवी मां बुलाती हैं, तभी तीर्थयात्रा पूरी होती है। भक्तों के दुख दूर होते हैं और हर एक मुराद पूरी होती है।
दक्षिणेश्वर काली मंदिर
पश्चिम बंगाल में दक्षिणेश्वर काली मंदिर काऱफी फेमस है। यह मां दुर्गा के नौ स्वरुपों में से एक देवी काली को समर्पित है। इस मंदिर में आध्यात्मिक माहौल के लिए काफी प्रसिद्ध है। दक्षिणेश्वर काली मंदिर में लाखों श्रृद्धालु आते हैं।
कामाख्या मंदिर
कामाख्या मंदिर असम के गुवाहाटी में स्थित है और यह 51 शक्तिपीठों में से एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह मंदिर भारत का सबसे पुराने देवी दुर्गा मंदिरों में से एक है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माता सती के योनि का भाग इस स्थान पर गिरा था। इस मंदिर में देवी की योनि की पूजा की जाती है। भारत में इसे सबसे जरुरी शक्तिपीठों में से एक माना जाता है।
अंबाजी मंदिर
गुजरात में सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है अंबाजी मंदिर। यह मंदिर देवी अंबा को समर्पित है। अरावली पहाड़ियों पर स्थित अंबाजी मंदिर सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। लाखों श्रद्धालु यहां पर आते हैं। नवरात्रि के दौरान मंदिर को सुंदर तरीके से सजाया जाता है।
चामुंडा देवी मंदिर
हिमाचल प्रदेश में स्थित चामुंडा देवी मंदिर सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। पहाड़ों पर स्थित यह मंदिर बेहद ही खूबसूरत है। यहां पर लोग माता रानी का आशीर्वाद और शांति पाने के लिए आते हैं। नवरात्रि के दौरान यहां पर भीड़ देखने को मिल सकती है। चामुंडा देवी अपने भक्तों की सभी मानोकामना पूर्ण होती है।