एक समय पर नालंदा शिक्षा का केंद्र था। दुनिया भर से भिक्षुक और पर्यटक नालंदा आते थे। यह स्थान अपने स्मारकों और बौद्ध स्थलों के लिए जाना जाता है। बौद्ध सम्राटों जैसे कई शासकों के शासनकाल में नालंदा का विकास हुआ था। नालंदा में आपको कई प्राचीन स्तूप, मठ, मंदिर और चैत्य मिलेंगे। ऐसे में अगर आप भी कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो नालंदा आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।
यहां पर नालंदा वास्तुशिल्प के साथ-साथ ऐतिहासिक संरचनाओं को भी देख सकते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको नालंदा की टॉप 5 जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर आपको एक बार जरूर विजिट करना चाहिए। यकीनन यह आपके अऩुभव को यादगार बना देगा।
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नव नालंदा महाविहार
अगर आपको भी इतिहास के बारे में जानने में रुचि है, तो आपको नव नालंदा महाविहार जरूर आना चाहिए। साल 1951 में बिहार सरकार द्वारा इस जगह को प्रकाशित किया गया था। प्राचीन परंपरा को नव नालंदा महाविहार आधुनिक दुनिया में प्रदर्शित करने का काम करता है। इतिहास प्रेमियों और खोजकर्ताओं के लिए यह एक बेहतरीन जगह साबित होगी।
सूर्य मंदिर, नालंदा
इसके अलावा नालंदा विश्वविद्यालय के पास सूर्य मंदिर है। इस मंदिर में बौद्ध और हिंदू देवताओं के मंदिर बने हैं। सूर्य मंदिर में मां पार्वती की 5 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित है। हर साल दो बार लोकप्रिय छठ पूजा का आयोजन इसी मंदिर में किया जाता है। यहां पर छठ पूजा का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
नालंदा पुरातत्व संग्रहालय
नालंदा पुरातत्व संग्रहालय में नालंदा विश्वविद्यालय के कई प्राचीन अवशेष रखे हैं। जिनको देखकर आप नालंदा की संस्कृति की झलक को देख सकते हैं। यहां पर आपको मूर्तियों से लेकर कला के अन्य प्रदर्शनों तक विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां देखने को मिलेंगी। इसके अलावा संग्रहालय में बेसाल्ट पत्थर पर भी मूर्तियां उकेरी गई हैं। वहीं अन्य मूर्तियां प्लास्टर, कांस्य, पत्थर और टेराकोटा से बनी हैं।
पावापुरी
बिहार के नालंदा जिले में स्थित पावरी जैन समुदाय के लिए पवित्र स्थल है और यह घूमने के लिहाज से भी एक बेहतरीन जगह है। बताया जाता है कि 500 ईसा पूर्व में भगवान महावीर को इसी स्थान पर दफनाया गया था। यहां पर एक पवित्र तालाब भी है। जिसका भगवान की राख को इकट्ठा करते समय मिट्टी की एक परत को हटाकर किया गया था। बाद में जलमंदिर तालाब केंद्र में आया था।
ह्वेन त्सांग मेमोरियल हॉल
नालंदा का सबसे फेमस पर्यटन स्थल ह्वेन त्सांग मेमोरियल हॉल है। जिसको लोकप्रिय चीनी यात्री की याद में बनाया गया था। वह चीनी यात्री बौद्ध धर्म और रहस्यवाद का अध्ययन करने के लिए नालंदा आया था। यहां पर बहुत सारे दस्तावेज हैं, जो बौद्ध लेखन के इतिहास का प्रमुख स्त्रोत है। आप नालंदा घूमने के दौरान इस जगह को एक्सप्लोर कर सकते हैं।