25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. इसी क्रम में यूपी में अलग-अलग जगहों पर भी क्रिसमस का धूम देखने को मिला.
राजधानी लखनऊ के गिरजाघरों में भी आकर्षक झांकियां तैयार की गईं. हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर नजर आए.
सत्य, प्रेम, करुणा और दया के पालनहार प्रभु यीशु के अवतार को लेकर गिरजाघरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. लखनऊ में मुख्य आयोजन हजरतगंज का कैथेड्रल में हुआ.
चर्च को क्रिसमस लाइट्स, स्टार्स से सजाया गया. यह चर्च सितारों से जगमगा उठा. गिरजाघर के अंदर जाने के लिए श्रद्धालुओं को कतारें लगानी पड़ी.
हर कोई कैंडल जलाकर प्रभु यीशु की प्रार्थना की. कैथड्रेल चर्च को श्रद्धालुओं के लिए चर्च खोल दिया. रात 12 बजे प्रभु यीशु का अवतरण हुआ.
प्रार्थना के बाद प्रभु यीशु के प्रतीक को गिरजाघर के बाहर चरनी पर रखा गया. प्रभु यीशु का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. चर्च को आकर्षक ढंग से सजाया गया.
सेंट कैथेड्रल कंपाउंड को क्रिसमस लाइट्स, स्टार्स से सजाया गया था. यह चर्च सितारों से जगमगा उठा था. चर्च परिसर में विशाल झांकी सजाई गई थी.
दीवारों पर पोस्टर लगाए गए थें. पहली बार चर्च के शिखर पर लगे क्रॉस को रेनबो रनिंग लाइट से सजाया गया था. रेनबो थीम पर चर्च को झालरों से सजाया गया था.
बता दें क्रिसमस का त्योहार कई शताब्दियों से सेलिब्रेट किया जा रहा है. इस त्योहार का महत्व ईसाइयों के लिए बेहद खास होता है. प्रभु यीशु के जन्म के अवसर पर यह त्योहार मनाया जाता है.
क्रिसमस का पर्व सिर्फ ईसाइयों में ही नहीं बल्कि सभी धर्मों में पूरे धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है. यह पर्व सिर्फ एक दिन का नहीं बल्कि पूरे 12 दिन का होता है. मान्यता है कि प्रभु यीशु का जन्म इसी दिन यानी 25 दिसंबर को हुआ था. गौरतलब है कि पहली बार क्रिसमस का त्यौहार रोम में मनाया गया था.