अमेरिका ने इजराइल को आवश्यक हथियारों और सैन्य उपकरणों की आपूर्ति शुरू कर दी है, जबकि पेंटागन यह पता लगाने के लिए अपने शस्त्रागारों का जायजा ले रहा है कि हमास के साथ युद्ध में इजराइल की मदद के लिए और क्या भेजा जा सकता है। रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि सैन्य मदद के साथ विमानों ने इजराइल के लिए उड़ान भरी है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं स्पष्ट किया कि अमेरिका ने कौन-से हथियार इजराइल भेजे हैं।
अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर संवाददाताओं को बताया कि अमेरिका क्षेत्र में हिज्बुल्ला और ईरान समर्थित अन्य आतंकवादी समूहों की गतिविधियों पर करीबी नजर रख रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी जहाजों को क्षेत्र में स्थानांतरित करने का फैसला इन गुटों को युद्ध में कूदने या उसे बढ़ावा देने से रोकने के लिए लिया गया है।
अमेरिका ने राष्ट्रपति जो बाइडन की इस घोषणा के बीच इजराइल को सैन्य सहायता भेजने का फैसला किया है कि इजराइल के खिलाफ हमास के हमलों में जान गंवाने वाले अमेरिकियों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।
अधिकारी ने कहा कि अमेरिका आतंकवादी समूहों और अन्य देशों को यह स्पष्ट संदेश देना चाहता है कि उन्हें इजरायल का समर्थन करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता पर सवाल नहीं उठाना चाहिए। हालांकि, उन्होंने इस सवाल पर कोई टिप्पणी नहीं की कि युद्ध में अमेरिकी सैन्य बलों का इस्तेमाल किया जाएगा या नहीं।
अधिकारी ने माना कि अमेरिका के पास यूक्रेन और इजराइल की हथियार जरूरतों को पूरा करने और अमेरिका की सुरक्षा बनाए रखने की क्षमता है, लेकिन उन्होंने कहा कि नये युद्ध के लिए हथियारों की तीव्र आपूर्ति की आवश्यकताओं ने चिंताएं बढ़ा दी हैं।सेना की सचिव क्रिस्टीन वर्मुथ ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस (अमेरिकी संसद) को जल्द ही और अधिक राशि को मंजूरी देनी चाहिए, ताकि अमेरिका इजराइल और यूक्रेन को उन हथियारों और युद्ध सामग्री की आपूर्ति कर सके, जिनकी उन्हें सख्त जरूरत है।