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कैलिफोर्निया गुरुद्वारे में गोलीबारी मामले में 17 लोग गिरफ्तार, एके-47 मशीनगन बरामद

स्टेट अटॉर्नी जनरल के अनुसार सैक्रामेंटो, स्टॉकटन और अन्य स्थानों पर गुरुद्वारों में गोलीबारी के सिलसिले में अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया में पुलिस ने सत्रह लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार को उत्तरी कैलिफोर्निया में 20 से अधिक स्थानों पर सिलसिलेवार छापेमारी की और एक एके-47, एक मशीन गन और हैंडगन जैसे हथियार जब्त किए। कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल रॉब बोंटा, युबा शहर के पुलिस प्रमुख ब्रायन बेकर और सटर काउंटी के जिला अटॉर्नी जेनिफर डुप्रे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिन 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें ज्यादातर स्थानीय सिख समुदाय के सदस्य हैं।

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कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल ने बताया कि गिरफ्तार लोग प्रतिद्वंद्वी आपराधिक गिरोह का हिस्सा हैं और वे कई हिंसक घटनाओंके लिए कथित रूप से जिम्मेदार हैं।अटॉर्नी जनरल के अनुसार, ये लोग हत्या की कोशिश के पांच मामलों समेत सट्टर, सैकरामेंटो, सैन जोकिन, सोलानो, योलो और मर्सेड काउंटी में गोलीबारी की घटनाओं में कथित रूप से शामिल रहे हैं। इस जांच को ‘ऑपरेशन ब्रोकन सॉर्ड’ का नाम दिया गया है। एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, जांच के दौरान कानून प्रवर्तन अधिकारी दो अन्य स्थानों पर गोलीबारी की घटनाएं होने से रोकने में सफल रहे। करीब 70,000 लोगों की आबादी वाले युबा सिटी शहर में सिख समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं और इस शहर को इसीलिए ‘‘मिनी पंजाब’’ भी कहा जाता है।हर साल नवंबर में नगर कीर्तन के लिए बड़ी संख्या में लोग शहर आते हैं। कैलिफोर्निया के सेंट्रल वैली में भी सिखों की खासी संख्या है।

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इससे पहले कैलिफोर्निया राज्य विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित कर अमेरिकी कांग्रेस (संसद) से भारत में 1984 में हुई सिख विरोधी हिंसा को नरसंहार के रूप में औपचारिक रूप से मान्यता देने और उसकी निंदा करने का अनुरोध किया है। यह प्रस्ताव 22 मार्च को विधानसभा सदस्य जसमीत कौर बैंस द्वारा पेश किया गया था, जो राज्य विधानसभा के पहले निर्वाचित सिख सदस्य हैं और सोमवार को राज्य विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से इसे पारित कर दिया गया।  

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