केन्या में हजारों प्रदर्शनकारियों ने संसद में तोड़फोड़ मचा दी है। हिंसा में अब तक 23 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। केन्या की विधानसभा में घुसने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने गोलियां चला दीं, जिसमें कम से कम पांच प्रदर्शनकारी मारे गए, दर्जनों घायल हो गए और संसद भवन के कुछ हिस्सों में आग लगा दी गई। केन्याई कार्यकर्ता औमा ओबामा, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की सौतेली बहन, नैरोबी में संसद भवन के बाहर प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों में से एक थीं।
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भारत ने जारी की एडवाइजरी
भारत ने केन्या में कर वृद्धि के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद अपने नागरिकों को ‘अत्यधिक सावधानी’ बरतने की सलाह दी। केन्या में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एक सलाह जारी करते हुए कहा कि मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए, केन्या में सभी भारतीयों को अत्यधिक सावधानी बरतने, गैर-जरूरी आवाजाही को प्रतिबंधित करने और स्थिति साफ होने तक विरोध और हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों से बचने की सलाह दी जाती है।
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केन्या में क्यों बिगड़े हालात
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति रूटों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 2022 में राष्ट्रपति बनने के बाद जनता के साथ धोखा किया है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि रूटों ने गरीबों की मदद करने का वादा किया था। उन्होंने टैक्स न बढ़ाने और लोन की लागत को कम करने के लिए सरकार के नए विधेयक को खारिज करने की बात कही थी। प्रदर्शनकारियों ने वित्त वधेयक को वापस लेने की मांग की और रूटो के प्रशासन को चेतावनी दी है कि वह सत्ता से उसे बाहर कर देंगे। फिलहाल हालत गंभीर और तनावपूर्ण है। कई जगह सड़कों पर भी आगजनी देखने को मिल रही है।