रूस के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार रात को कहा कि उसकी सेना और सुरक्षा बलों ने रूस के सीमावर्ती क्षेत्र में हुए हमले को नाकाम करते हुए 234 लड़ाकों को मार गिराया है।
मंत्रालय ने एक बयान में हमले के लिए ‘‘कीव शासन’’ और ‘‘यूक्रेन के आतंकवादी संगठनों’ को जिम्मेदार ठहराया। उसने जोर देकर कहा कि रूसी सेना और सीमा बल हमलावरों को रोकने और सीमा पार से होने वाले हमलों को नाकाम करने में सक्षम हैं।
बयान में यह भी कहा गया है कि हमलावरों के सात टैंक और पांच बख्तरबंद वाहनों को तबाह कर दिया गया।
मंगलवार सुबह सीमा पर हुई लड़ाई के बारे में कोई खास सूचना नहीं है।
युद्ध शुरू होने के बाद से क्षेत्र में सीमा पार से छिटपुट हमले होते रहे हैं लेकिन दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग दावे किए जाने के कारण स्थिति हमेशा भ्रामक रही है।
अधिकारियों ने कहा कि मंगलवार को यूक्रेन के ड्रोन ने रूस के अंदर दो तेल प्रतिष्ठानों पर हमला किया,वहीं यूक्रेन के रूसी विरोधियों ने दावा किया है कि सशस्त्र बलों ने रूस के सीमावर्ती क्षेत्र में घुसपैठ की है।
कीव के अधिकारियों का कहना है कि ये सैनिक यूक्रेन के लिए लड़ने वाले रूसी स्वयंसेवक हैं और उन्होंने सीमा पार करने का दावा किया है।
‘फ्रीडम ऑफ रशिया लीजन’, ‘रशियन वालंटियर कॉर्प्स’ और ‘साइबेरियन बटालियन’ ने सोशल मीडिया पर बयान और वीडियो जारी कर रूसी क्षेत्र में होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि वे रूस को पुतिन की तानाशाही से मुक्त कराना चाहते हैं।