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अंतरिम सरकार के एक फैसले ने पाकिस्तान में मचाया हाहाकार, 290 रुपए लीटर बिक रहा पेट्रोल

पाकिस्तान में सरकार ने नागरिकों को बड़ा झटका दिया है। पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस समारोह के दूसरे दिन पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत में 20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। घोषणा के बाद पेट्रोल 17.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल 20 रुपये प्रति लीटर बढ़ गया है। नए रेट के मुताबिक अब पेट्रोल 290.40 रुपये और डीजल 293 रुपये प्रति लीटर है। पाकिस्तान सरकार रूसी कच्चा तेल पाकिस्तान नहीं ला पाई है। पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि यह तेल अच्छी गुणवत्ता का नहीं है। इसके चलते पाकिस्तान की रिफाइनरी कंपनियां रूस से तेल रिफाइन करने से इनकार कर रही हैं। पाकिस्तान की हालत इस समय बहुत ख़राब है। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, कई सालों से खराब वित्तीय प्रबंधन के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इस हालत में है। वहीं, कोरोना महामारी, वैश्विक ऊर्जा संकट के कारण पाकिस्तान की हालत खराब हो गई।

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पाकिस्तान सरकार की ओर से इसकी घोषणा 21 जुलाई को की जानी थी। लेकिन उस समय भी अधिकारियों की राय थी कि पहले से ही महंगी दरें बढ़ाकर नागरिकों को परेशानी नहीं उठानी चाहिए। लेकिन आखिरकार 16 अगस्त से पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी कर दी गई। हाल ही में शपथ लेने वाले कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर की मंजूरी के बाद वित्त मंत्रालय ने देर रात संशोधित कीमतें जारी कीं। पिछले दो हफ्तों में अंतरराष्ट्रीय पेट्रोलियम कीमतों में बढ़ोतरी के लिए कीमतों में बढ़ोतरी को जिम्मेदार ठहराते हुए, वित्त प्रभाग ने इन प्रमुख ईंधन की कीमतों में वृद्धि को उचित ठहराया। हालांकि, सरकार की अधिसूचना में केरोसीन और हल्के डीजल तेल की कीमतों में किसी संशोधन का जिक्र नहीं किया गया है।

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पेट्रोलियम की कीमतों में यह हालिया उछाल पिछली सरकार द्वारा 1 अगस्त को लगाई गई इसी तरह की वृद्धि का अनुसरण करता है। नतीजतन, केवल 15 दिनों की अवधि के भीतर ईंधन की कीमतों में लगभग पीकेआर 40 प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ समझौते के बावजूद, बढ़ती राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण पाकिस्तान की आर्थिक गिरावट अभी भी जारी है। हालांकि, शहबाज शरीफ ने कार्यवाहक सरकार को सत्ता सौंप दी है, लेकिन चुनाव कार्यक्रम पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के भविष्य पर भी सवाल उठ रहे हैं, जो जेल में बंद हैं और उन्हें चुनाव लड़ने से रोक दिया गया है।

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