महाराज चार्ल्स तृतीय जर्मनी की संसद बुंडेस्टैग को संबोधित करने वाले ब्रिटेन के पहले राष्ट्र प्रमुख बन गए। उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित अपनी यात्रा के दौरान जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज से भी मुलाकात की। किंग चार्ल्स ने कहा है कि ब्रिटेन और जर्मनी को “बेहतर कल की खोज” के साथ अपने संबंधों के अगले अध्याय को तलाशना चाहिए। उनका भाषण, अंग्रेजी और जर्मन दोनों में एक ब्रिटिश सम्राट द्वारा जर्मन संसद के लिए पहला भाषण रहा। सम्राट के रूप में राजा अपनी पहली विदेश यात्रा के दूसरे दिन में उन्होंने अपना संबोधन दिया।
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किंग चार्ल्स ने यूक्रेन की मदद करने में जर्मनी और ब्रिटेन द्वारा दिखाए गए “महत्वपूर्ण नेतृत्व” की भी प्रशंसा की। रानी पत्नी कैमिला के साथ जर्मनी का उनका तीन दिवसीय दौरा बुधवार से शुरू हुआ। यह यात्रा का दूसरा पड़ाव था, लेकिन पेंशन सुधारों को लेकर कई शहरों में अशांति के बाद फ्रांस की एक नियोजित यात्रा रद्द कर दी गई। चार्ल्स ने जब अपना संबोधन समाप्त किया, तो सांसदों ने काफी समय तक खड़े होकर तालियां बजाईं, जो जर्मनी की संसद में शायद ही कभी देखा गया हो।
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जर्मनी के इतिहास में पहली बार है जब जर्मन राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास श्लॉस बेलेव्यू के बजाय बर्लिन के ब्रांडेनबर्ग गेट पर किसी देश के प्रमुख का आधिकारिक स्वागत किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटिश किंग चार्ल्स III और क्वीन कैमिला ने जैसे ही कार से बाहर कदम रखा तुरंत ही वहां मौजूद समर्थकों ने जर्मन और यूनियन जैक के झंडे लहराए। इस दौरान दोनों राष्ट्रों का राष्ट्रगान भी बजाया। इसके बाद राष्ट्रपति के साथ किंग चार्ल्स ने वहां मौजूद लोगों का अभिवादन किया।