प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत से भूटान को पेट्रोलियम, तेल, स्नेहक (पीओएल) और संबंधित उत्पादों की सामान्य आपूर्ति पर एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की मंजूरी दे दी है। भारत और भूटान के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण कदम है। भारत सरकार और भूटान की शाही सरकार के बीच समझौता ज्ञापन, हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने, भूटान को पेट्रोलियम उत्पादों की सुरक्षित और दीर्घकालिक आपूर्ति सुनिश्चित करने का प्रयास करता है।
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भूटान के नेता 14 से 18 मार्च तक भारत की यात्रा पर हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करेंगे। वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे। राज्य देश में तेल, तेल, स्नेहक और अन्य पेट्रोलियम से संबंधित उत्पादों की आपूर्ति के लिए भूटान की शाही सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करेगा। समझौते का उद्देश्य भारत और भूटान के बीच विशेष रूप से हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करना है।
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इससे हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिलने और भूटान को पेट्रोलियम उत्पादों की दीर्घकालिक आपूर्ति सुनिश्चित होने की उम्मीद है। समझौते पर हस्ताक्षर ऊर्जा सुरक्षा हासिल करने के भारत के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। समझौता ज्ञापन भारत की पड़ोसी प्रथम नीति के हिस्से के रूप में रणनीतिक रूप से उपयुक्त होगा।