पाकिस्तान से भागकर नेपाल के रास्ते भारत में अपने प्रेमी सचिन के पास ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में आकर रह रही सीमा हैदर की कहानी में नित नये मोड़ आते जा रहे हैं। सीमा तो भारत में अपने प्रेमी के घर में सुरक्षित है लेकिन पाकिस्तान में हिंदू उसके चलते असुरक्षित हो गये हैं। दरअसल पाकिस्तान में कट्टरपंथियों और आतंकी संगठनों ने धमकी दी थी कि यदि सीमा वापस नहीं लौटी तो हिंदु मंदिरों और हिंदुओं पर घातक हमले होंगे। सीमा के वापस नहीं लौटने पर उन्होंने हमलों की शुरुआत कर भी दी है। सिंध में हिंदुओं और हिंदू मंदिरों पर रॉकेट लांचर दागे गये तो कराची में 150 साल पुराना मंदिर गिरा दिया गया। बताया जा रहा है कि कट्टरपंथियों ने 30 से ज्यादा हिंदुओं को बंधक भी बना लिया है। खास बात यह रही कि जब यह हमले हो रहे थे तब सुरक्षा बल यह सब होते हुए देख रहे थे लेकिन किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया और हिंदुओं पर हमले के वीडियो बनाते रहे।
सिंध प्रांत में मंदिर पर हमला
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत में डकैतों के एक गिरोह ने रविवार को एक हिंदू मंदिर पर रॉकेट लांचर से हमला किया। हमलावरों ने सिंध प्रांत के काशमोर इलाके में स्थानीय हिंदू समुदाय द्वारा निर्मित छोटे मंदिर और अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सदस्यों के आसपास के घरों पर हमला किया। हमलावरों ने मंदिर पर अंधाधुंध गोलीबारी की, इस दौरान आसपास के लोग और स्थानीय पुलिस देखती रही। जब मामले ने तूल पकड़ा तब जाकर काशमोर-कंधकोट के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) इरफान सैम्मो के नेतृत्व में एक पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंचा। इरफान सैम्मो ने कहा, ‘‘हमला रविवार तड़के हुआ। जब पुलिस दल मौके पर पहुंचा तो उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी की और भाग गए। हम इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं।’’ पुलिस अधिकारी का अनुमान है कि हमले में आठ या नौ बंदूकधारी शामिल थे।
काशमोर क्षेत्र का विवरण
हम आपको बता दें कि यह मंदिर बागड़ी समुदाय का है। काशमोर क्षेत्र में बड़ी संख्या में हिंदू आबादी रहती है। इस बीच, बागड़ी समुदाय के सदस्य डॉ. सुरेश ने पुलिस से समुदाय की सुरक्षा करने का आह्वान करते हुए कहा है कि इस घटना से निवासी दहशत में हैं। हम आपको एक बार फिर बता दें कि यह हमला ऐसे समय किया गया है जब डकैतों ने कुछ दिन पहले काशमोर और घोटकी नदी क्षेत्रों में सीमा हैदर जखरानी की पबजी प्रेम कहानी के प्रतिशोध में हिंदू उपासना स्थलों और समुदाय के सदस्यों पर हमला करने की धमकी दी थी। यही नहीं, पिछले सप्ताह मुंबई पुलिस को भी एक धमकी भरा कॉल मिला था जिसमें कहा गया था कि यदि सीमा हैदर को वापस नहीं भेजा गया तो 26/11 जैसा हमला दोबारा होगा।
पाक मानवाधिकार आयोग का बयान
इस बीच, पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने कहा है कि वह सिंध के काशमोर और घोटकी जिलों में बिगड़ती कानून व्यवस्था की खबरों से चिंतित है, जहां महिलाओं और बच्चों सहित हिंदू समुदाय के लगभग 30 सदस्यों को संगठित आपराधिक गिरोहों द्वारा बंधक बना लिया गया था।’’ ‘डॉन’ समाचारपत्र ने आयोग के हवाले से कहा, ‘‘इसके अलावा, हमें परेशान करने वाली खबरें मिली हैं कि इन गिरोहों ने उच्च श्रेणी के हथियारों का इस्तेमाल करते हुए समुदाय के उपासना स्थलों पर हमला करने की धमकी दी है।’’ खबर में कहा गया है कि इसने सिंध गृह विभाग से बिना किसी देरी के मामले की जांच करने को कहा है। हम आपको यह भी बता दें कि कराची में कई प्राचीन हिंदू मंदिर हैं।
कराची में 150 साल पुराना मंदिर ढहाया
हम आपको बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है। पाकिस्तान की अधिकांश हिंदू आबादी सिंध प्रांत में बसी हुई है जहां वे मुस्लिम निवासियों के साथ संस्कृति, परंपराएं और भाषा साझा करते हैं। इस बीच, कराची में करीब 150 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को पुराना और खतरनाक ढांचा बताते हुए ध्वस्त कर दिया गया है। मंदिर ध्वस्त किये जाने के बाद इलाके में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग दहशत में हैं। कराची के सोल्जर बाजार में स्थित मारी माता मंदिर को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोजर की मदद से ढहा दिया गया। क्षेत्र में हिंदू मंदिरों की देखभाल करने वाले रामनाथ मिश्रा महाराज ने कहा, ‘‘उन्होंने (अधिकारियों ने) देर रात मंदिर को गिरा दिया और हमें इसकी कोई जानकारी नहीं थी कि ऐसा होने वाला है।’’ मिश्रा ने कहा कि अधिकारियों ने मंदिर के बाहरी दीवारों और मुख्य द्वार को बरकरार रखा, लेकिन उन्होंने अंदर की पूरी संरचना को ध्वस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि मंदिर करीब 150 साल पहले बनाया गया था और कहा जाता था कि मंदिर के प्रांगण में खजाना दबा हुआ था। उन्होंने कहा कि मंदिर 400 से 500 वर्ग गज क्षेत्र में बना था और वर्षों से मंदिर की भूमि को हड़पने का प्रयास किया जा रहा था। स्थानीय थाने के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया, क्योंकि इसे अधिकारियों द्वारा खतरनाक संरचना घोषित किया गया था। उन्होंने बताया कि मंदिर कराची के मद्रासी हिंदू समुदाय द्वारा संचालित था और वे लोग इस बात से सहमत थे कि संरचना बहुत पुरानी और खतरनाक थी। अधिकारी ने कहा कि मंदिर प्रबंधन ने भारी मन से देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को एक छोटे कमरे में स्थानांतरित कर दिया।
दूसरी ओर, हिंदू समुदाय के स्थानीय नेता रमेश ने कहा कि मंदिर प्रबंधन पिछले कुछ समय से परिसर खाली करने के दबाव में था, क्योंकि मंदिर के जमीन को जाली दस्तावेजों के आधार पर एक ‘डेवलपर’ को बेच दिया गया था। उन्होंने कहा कि ‘डेवलपर’ मंदिर जमीन पर एक व्यावसायिक इमारत बनाना चाहता है। इस बीच, हिंदू समुदाय ने पाकिस्तान-हिंदू परिषद, सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह और सिंध पुलिस के महानिरीक्षक से तत्काल मामले का संज्ञान लेने की अपील की है।
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सीमा हैदर गायब
दूसरी ओर, सीमा हैदर की बात करें तो उससे मिलने पहुंच रहे लोगों को पिछले चार-पांच दिनों से निराशा हाथ लग रही है क्योंकि घर के बाहर पुलिस की तैनाती कर दी गई है। दरअसल सीमा हैदर पाकिस्तान स्थित कट्टरपंथियों व अराजक तत्वों के निशाने पर आ गई है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों मिली धमकी और खुफिया इनपुट के बाद शनिवार रात से सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आशंका है कि मीडियाकर्मी के वेष में या भीड़भाड़ का फायदा उठाकर कोई सीमा की हत्या कर सकता है। इसलिए अब सचिन के परिजन सीमा की तबियत खराब होने का हवाला देकर दोनों की मुलाकात किसी से नहीं करवा रहे हैं। रविवार को भी मीडियाकर्मी व ग्रामीण सीमा हैदर से मिलने पहुंचे थे, लेकिन किसी की मुलाकात नहीं हो सकी थी। इस बीच, सीमा हैदर के सामने नहीं आने से उसके लापता होने की चर्चा भी हो रही है। इस संबंध में लोग सोशल मीडिया पर तरह तरह के सवाल भी उठा रहे हैं।
यूपी पुलिस की पूछताछ
इस प्रकार की भी मीडिया रिपोर्टें हैं कि यूपी पुलिस की एक टीम सीमा हैदर से पूछताछ करने के लिए ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा स्थित सचिन मीणा के घर पहुंची थी। रिपोर्टों में बताया गया है कि पुलिस की टीम ने काफी समय तक सीमा हैदर व उसके प्रेमी सचिन से अलग अलग पूछताछ की। बताया जा रहा है कि पूछताछ के बाद से सीमा हैदर पर निगरानी रखने के लिए सिविल ड्रेस में 2 पुलिसकर्मियों की तैनाती भी की गई है।
पाकिस्तानियों की प्रतिक्रिया
वहीं पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार, कराची स्थित सीमा हैदर के घर के आसपास के लोगों का कहना है कि अब वह नहीं चाहते कि सीमा हैदर वापस आये। सीमा हैदर के मकान मालिक के बेटे ने कहा है कि सीमा को अपने बच्चों को पाकिस्तान वापस भेज देना चाहिए और खुद वहीं रहना चाहिए क्योंकि अब वह मुस्लिम नहीं रहे। वहीं उसके पड़ोसी के हवाले से पाक मीडिया में खबर आई है कि उन्होंने उसे टैक्सी बुलाते और अपने बच्चों के साथ बैग लेकर जाते हुए देखा था मगर तब हमें लगा था कि वह अपने गांव जा रही है लेकिन जब एक महीने बाद टीवी पर खबर देखी तब हम हैरान रह गये। सीमा के कई एक्स ब्वॉय फ्रेंड भी मीडिया के सामने आये हैं और सचिन को सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा है कि वह एक दिन उसे भी धोखा देगी।
महंत राजू दास का बयान
इस बीच, अयोध्या स्थित प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास जी ने कहा है कि सीमा हैदर का हवाला देकर डाकुओं ने सिंध में हिंदुओं और मंदिरों पर जो हमला किया है हम उसकी निंदा करते हैं और भारत सरकार से मांग करते हैं जल्द ही वहां के हिंदुओं की चिंता करे।