ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टिम बैरो ने गुरुवार को अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के साथ चर्चा की। चर्चा का केंद्रबिंदु प्रौद्योगिकी और सुरक्षा पहल के इर्द-गिर्द घूमता रहा, जो एक प्रमुख द्विपक्षीय तंत्र है जिसका उद्देश्य भारत और यूके के बीच महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाना है।
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दोनों एनएसए साझा सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के महत्व को पहचानते हुए, इस पहल के लिए रोडमैप तैयार करने के लिए ठोस विचार-विमर्श में लगे हुए हैं। दोनों एनएसए ने आपसी हित के द्विपक्षीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया और क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
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बैठक के दौरान एनएसए अजीत डोभाल ने ब्रिटेन में बढ़ते सिख कट्टरपंथ पर चिंता व्यक्त की और ब्रिटेन सरकार को खालिस्तानी तत्वों पर लगाम लगाने की जरूरत बताई। खालिस्तान समर्थक तत्वों द्वारा लंदन में हिंसक विरोध प्रदर्शन के हालिया प्रकरणों के मद्देनजर यह मुद्दा उठाया गया था, जिसमें मार्च 2023 में खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) नेता अवतार सिंह खांडा द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन भी शामिल था, जिनकी बाद में जून 2023 में यूके के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई थी।