अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्राइल को 2,000 पाउंड वजनी बम भेजने पर अपने पूर्ववर्ती जो बाइडन द्वारा लगाई गई रोक हटा दी है। बाइडन ने बम की सप्लाई पर रोक इसलिए लगाई थी ताकि गाजा में हमास के साथ इस्राइल के युद्ध में मारे जाने वाले असैन्य लोगों की मौत के मामलों को कम किया जा सके। ट्रंप द्वारा उठाए कदम की अपेक्षी भी की जा रही थी। फिलिस्तीन से इजरायल के युद्ध के दौरान विशेष रूप से गाजा के राफा में नागरिक आबादी पर उनके प्रभाव की चिंता के कारण बाइडेन ने उन बमों की डिलीवरी पर रोक लगा दी थी।
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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सुझाव दिया कि गाजा के अधिकांश लोगों को अस्थायी रूप से कहीं और बसाया जाना चाहिए, जैसे मिस्र और जॉर्डन में। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र को साफ करने का एक तरीका हो सकता है। लेकिन मिस्र, जॉर्डन और फलस्तीनी पहले ही इस विचार को ठुकरा चुके हैं, क्योकि उन्हें डर है कि इजरायल शरणार्थियों को कभी वापस लौटने की अनुमति नहीं देगा।
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इजराइल ने कहा कि हमास की सूची से पता चलता है कि गाजा संघर्षविराम के पहले चरण में रिहा किए जाने वाले 33 बंधकों में से आठ की मौत हो चुकी है। सरकार के प्रवक्ता डेविड मेनसर ने संवाददाताओं से कहा कि हमास ने बताया है कि अन्य 25 बंधक जीवित हैं। इससे पहले इजराइल ने बताया था कि उसे बंधकों की स्थिति के संबंध में हमास से एक सूची प्राप्त हुई है। इजराइल ने कहा है कि बंधकों की अगली रिहाई बृहस्पतिवार को होगी, उसके बाद शनिवार को भी बंधकों की रिहाई होगी।