Breaking News

America on Pager Explosions: हिजबुल्लाह के खिलाफ पेजर अटैक की सच में अमेरिका को नहीं थी जानकारी, इजरायल ने यूं ही कर लिया दुनिया का सबसे खतरनाक अटैक?

लंबे समय से चले आ रहे इजरायल हिजबुल्ला संघर्ष ने सीरियल पेज ब्लास्ट के बाद एक नया रूप ले लिया है। इजरायल ने एक नए तरीके का उपयोग करते हुए हिजबुल्ला के करीब 3 हजार लड़ाकों को घायल कर दिया और करीब 11 की मौत हो गई। घायलों में लेबनान में ईरान के राजदूत भी शामिल हैं। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बयान देते हुए कहा कि इस हमले के बारे में न उन्हें कोई जानकारी थी और न ही अमेरिका इसमें शामिल था। हालांकि एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से दावा किया गया है कि ऑपरेशन समाप्त होने के कुछ घंटों बाद इज़राइल ने जो बाइडेन प्रशासन को लेबनान पेजर विस्फोटों के बारे में जानकारी दी थी। 

इसे भी पढ़ें: टूथपेस्ट में जहर, टेलीफोन में बम और अब पेजर ब्लास्ट, मोसाद के वार से हिली दुनिया

शुरुआत में अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि उसे हमले के बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं थी, जबकि उसने इस घटना से अपना पल्ला झाड़ लिया। ईरान समर्थित आतंकवादी समूह ने घातक विस्फोटों के लिए इजरायल की जासूसी एजेंसी मोसाद को दोषी ठहराया है।  बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली सरकार ने अब तक चुप्पी साध रखी है। हिजबुल्ला के एक अधिकारी के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया कि समूह द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ‘हैंडहेल्ड पेजर’ के नये ब्रांड पहले गर्म हुए, फिर उनमें विस्फोट हो गया। अधिकारी ने बताया कि इसमें उसके कम से कम दो सदस्यों की मौत हो गई और अन्य घायल हो गए। 

इसे भी पढ़ें: Khamenei on India Muslim: भारत को लेकर बोलना ईरान को पड़ गया भारी, दोस्त इजरायल ने कहा- जल्द ही आजादी मिलने वाली है

इजराइल के सबसे करीबी सहयोगी अमेरिका ने ईरान से तनाव न बढ़ाने का आग्रह किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने अधिक सावधानी बरतते हुए कहा कि अमेरिका कूटनीतिक समाधान के लिए दबाव बनाना जारी रखेगा। हमारी समग्र नीति एक समान है, अर्थात हम इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष का कूटनीतिक समाधान देखना चाहते हैं।

Loading

Back
Messenger