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वेटिकन की तरह ही एक और अलग मुस्मिल देश बनेगा, महिलाओं को दी जाएगी पूरी आजादी

वैसे वेटिकन सिटी को दुनिया का सबसे छोटा देश माना जाता है। वेटिकन सिटी को एक देश का दर्जा प्राप्त है। इसी प्रकार एक मुस्लिम मौलवी ने भी देश बनाने की कोशिश की है, जहां पर मुस्लिमों के मामले डील कराएंगे। बता दें कि, यह देश अलबानिया की राजधानी तिराना में होगा। यह दुनिया का सबसे छोटा देश होगा। 
अल्बानिया की पीएम ने क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र में बोलते हुए, राम ने बताया कि अल्बानिया, एक छोटा पश्चिमी बाल्कन देश, ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहूदी शरणार्थियों को नाजियों से बचाया और तीन साल पहले तालिबान के सत्ता में आने के बाद अफगानों को आश्रय दिया।
उन्होंने कहा, अल्बानियाई लोगों को दुनिया को मदर टेरेसा देने पर भी गर्व है जिन्होंने ”मानवता के प्रति प्रेम को मूर्त रूप दिया।”
”उसने हमें बताया कि हम सभी बड़े काम नहीं कर सकते, लेकिन हम सभी बड़े प्यार से छोटे काम कर सकते हैं,” उन्होंने कहा। ”संयम, सहिष्णुता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के एक नए केंद्र के रूप में, हमारी राजधानी तिराना में एक संप्रभु राज्य में विश्व बेक्ताशी ऑर्डर को नियमों का समर्थन करने में यह हमारी प्रेरणा है।”
तिराना नाम से अलग मुल्क बनाने के कोशिश में जुटे मौलवी एडमंड ब्रहीमाज कहते हैं कि खुदा ने किसी भी चीज को लेकर कभी भी रोक नहीं लगाई। इसलिए हमें दिमाग दिया है कि हम तय करें कि क्या करना है। 
अल्बानिया की आबादी कितनी है
अल्बानिया की 2.4 मिलियन आबादी में लगभग 50% मुस्लिम हैं और बाकी आबादी कैथोलिक और रूढ़िवादी ईसाई और अन्य छोटे समुदाय हैं। यह देश अपने धार्मिक सद्भाव और सह-अस्तित्व के लिए जाना जाता है।
महिलाओं को मिलेगी आजादी
ईदी राम ने कहा कि हमें इस खजाने की रक्षा करनी जरुरी है, जिसका अर्थ धार्मिक सहिष्णुता से है और इसे कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि हम जो नया देश बनाने जा रहे हैं, वह पूर्वी तिराना में होगा। इसका मुल्क का साइज वेटिकन सिटी से भी एक चौथाई के बराबर होगा। इस देश में लोगों पर पाबंदिया नहीं होगी। अपने तरीके से जीने का मौका मिलेगा। वहीं, महिलाओं पर कोई बंदिशें नहीं होगी पूरी आजादी मिलेगी।

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