म्यांमा की सेना ने दो गांवों पर हवाई हमले किए, जिसमें एक महिला और उसकी दो साल की बेटी समेत पांच लोगों की मौत हो गयी। इन हमलों में दोचर्च भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। आपदा एवं राहत समूहों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
मारे गए लोगों में अधिकतर करेन जनजातीय समूह के हैं।
करेन महिला संगठन और फ्री बर्मा रेंजर्स नामक संगठन के अनुसार बृहस्पतिवार को हुए हवाई हमले में मारे गए लोगों में बैपटिस्ट चर्च के पादरी, एक कैथोलिक उप पादरी और चर्च का एक अन्य व्यक्ति भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि दूसरे गांव में किए गए हवाई हमले में एक अन्य महिला और उसका बच्चा घायल हो गए।
करेन जनजातीय समूह के लोग थाईलैंड की सीमा से सटे म्यांमा के पूर्वी हिस्से में बड़ी संख्या में रहते हैं। करेन सबसे स्थापित जनजातीय अल्पसंख्यक विद्रोही बलों में से एक हैं और दशकों से म्यांमा की केंद्र सरकार से अधिक स्वायत्तता की मांग को लेकर लड़ रहा है।
फरवरी 2021 के बाद लड़ाई बढ़ गई, जब सेना ने आंग सान सू की के नेतृत्व वाली चुनी हुई सरकार से सत्ता हथिया ली थी।
करेन महिला संगठन ने एक बयान में कहा,‘‘ सेना की ओर से किए जा रहे हवाई हमले आम नागरिकों की हत्या कर रहे हैं जबकि घरों, चिकित्सा केंद्रों, चर्च, स्कूलों, पुस्तकालयों और मठों को नष्ट कर रहे हैं। ’’
सेना ने सत्ता के अपने अधिग्रहण के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध को दबाने के लिए घातक रूप से बल का इस्तेमाल किया है।
म्यांमा में लोकतंत्र समर्थक ताकतों द्वारा सशस्त्र प्रतिरोध शुरू कर दिया गया, जो कुछ जनजातीय विद्रोही समूहों के साथ मिलकर सेना के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।