पाकिस्तान में इमरान खान के समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच पिछले 24 घंटों में हुई हिंसक झड़पों में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और करीब 300 अन्य घायल हो गए।
इस बीच, पाकिस्तान के पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में हिंसक प्रदर्शनों को रोकने के लिए बुधवार को सेना को तैनात किया गया।
पुलिस ने कहा कि मंगलवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में इमरान की नाटकीय गिरफ्तारी के बाद पंजाब प्रांत में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थकों ने कम से कम 14 सरकारी भवनों/प्रतिष्ठानों में आग लगा दी।
कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अकेले पंजाब में अब तक महिलाओं सहित 1,150 पीटीआई समर्थकों को गिरफ्तार किया है। पीटीआई के महासचिव असद उमर, पंजाब के पूर्व राज्यपाल उमर सरफराज चीमा और पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी को भी बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
पीटीआई प्रमुख इमरान की गिरफ्तारी के मद्देनजर बुधवार को लाहौर समेत पंजाब के कई अन्य शहरों में स्थिति तनावपूर्ण रही।
चूंकि, पुलिस प्रांत में कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने में विफल रही, इसलिए पंजाब सरकार ने सेना की तैनाती के लिए कहा।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 12 करोड़ की आबादी वाले पंजाब प्रांत में सेना की 10 कंपनियों को तैनात करने का अनुरोध किया गया है। केंद्र सरकार ने पंजाब में सेना की तैनाती को मंजूरी दे दी है।
पंजाब पुलिस की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने पंजाब में 14 सरकारी प्रतिष्ठानों/इमारतों और 21 पुलिस वाहनों में आग लगा दी है। सुरक्षा एजेंसियों के 130 से अधिक अधिकारी घायल हुए हैं। पुलिस ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ संघर्ष और राज्य संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के दौरान 1,150 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने कहा कि सरकारी प्रतिष्ठानों को आग लगाने वालों की वीडियो फुटेज के जरिए पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इमरान खान की पार्टी के मुताबिक पंजाब के लाहौर, फैसलाबाद आदि शहरों में एक-एक व्यक्ति मारा गया है। इसने कहा कि अकेले पंजाब में 150 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं।
पंजाब की प्रांतीय राजधानी लाहौर में सभी मुख्य सड़कों पर पीटीआई कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के कारण देश के बाकी हिस्सों से लगभग कटा हुआ है।
प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को लाहौर में कोर कमांडर के घर में तोड़फोड़ करने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया था।
उन्होंने गवर्नर हाउस पर भी पथराव किया और लाहौर में सत्तारूढ़ पीएमएल-एन मुख्यालय पर हमला किया और वहां खड़े वाहनों को आग लगा दी।
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए कई वीडियो में इमरान खान के समर्थकों को छावनी क्षेत्र में कोर कमांडर के घर पर क्लब और पार्टी के झंडे लिए देखा जा सकता है।
प्रदर्शनकारियों ने कोर कमांडर के घर का प्रमुख द्वार तोड़ दिया। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो फुटेज में इमरान के समर्थकों को खिड़की के शीशे, टीवी और घर के फर्नीचर को तोड़ते और पेड़ों और फर्नीचर को आग लगाते हुए दिखाया गया है।
एक अन्य वीडियो में, प्रदर्शनकारियों को लाहौर के मॉल रोड पर सेना के काफिले पर पथराव और बोतलें फेंकते देखा गया।
पेशावर में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़पों में कम से कम चार लोग मारे गए और 27 अन्य घायल हो गए। लेडी रीडिंग अस्पताल के एक प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है।
रेडियो पाकिस्तान के महानिदेशक पेशावर ताहिर हसन ने मीडिया को बताया कि प्रदर्शनकारियों ने सरकारी रेडियो पाकिस्तान की इमारत में भी आग लगा दी, जिससे स्टूडियो, सभागार और अन्य सुविधाओं को भारी नुकसान पहुंचा है। इमारत में स्थित एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
इस्लामाबाद में प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हुई और राष्ट्रीय राजधानी को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने वाला श्रीनगर राजमार्ग कई घंटों तक जाम रहा।
इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अकबर नासिर खान ने मीडिया को बताया कि कम से कम पांच पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम शांति व्यवस्था कायम करने और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करनेके हर संभव प्रयास कर रहे हैं।’’
हिंसा फैलने पर खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान और इस्लामाबाद में भी सेना को तैनात किया गया है।
सिंध में सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए धारा 144 लागू कर दी।पुलिस ने सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह को सूचित किया कि प्रांत में करीब 270 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पीटीआई के नेता फवाद चौधरी ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि उनकी पार्टी की छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है।
इमरान (70) को मंगलवार को देश के अर्धसैनिक बलों ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के आदेश पर उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे।
पूर्व क्रिकेटर इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थक पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।