सिंगापुर। सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त शिल्पक अंबुले ने कहा है कि हाल ही में आयोजित पहला आसियान-भारत समुद्री अभ्यास (एआईएमई) भारत और आसियान देशों के बीच गहरे व ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों का प्रमाण है।
भारतीय नौसेना और रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी (आरएसएन) ने दो से आठ मई तक चले समुद्री अभ्यास की सह-मेजबानी की थी। इस अभ्यास में नौ जहाज, छह विमानों और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संघ (आसियान) और भारत के 1,800 से अधिक कर्मियों ने हिस्सा लिया था।
इसे भी पढ़ें: South China Sea Dispute: चीन है की मानता नहीं, अब दक्षिण चीन सागर में कब्जे का बनाया प्लान, Triton द्वीप पर कर रहा हवाई पट्टी का निर्माण
दस देशों के समूह आसियान में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपीन, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं।
उच्चायुक्त अंबुले ने बुधवार को कहा कि जीवंत आर्थिक संबंधों और सभी के लिए प्रगतिशील भविष्य की बढ़ती भावना के माध्यम से रिश्तों को और मजबूत किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आसियान-भारत समुद्री अभ्यास भारत और आसियान देशों के बीच गहरे और ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों का प्रमाण है।