रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर दुनिया को जिस अनहोनी का डर था, आखिर वो हो गया। दुनिया की दो परमाणु महाशक्तियां अब सीधे टकराने को तैयार नज़र आ रही हैं। काला सागर के ऊपर रूसी सुखोई-27 लड़ाकू जेट के अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन से टकराने के कुछ दिनों बाद रूस के एफएसबी सर्विस के दफ्तर में ड्रोन से अटैक हुआ है। हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गयी है, दो लोग घायल बताए जा रहे हैं। हमले के पीछे अमेरिका का हाथ होने का शक जताया जा रहा है।
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रूसी समाचार एजेंसियों के मुताबिक दक्षिणी रोस्तोव-ऑन-डॉन में रूसी सुरक्षा से जुड़ी एफएसबी इमारत में विस्फोट के बाद आग लग गयी। काले धुंए का गुबार देखा गया, जिससे दम घुटने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी। जबकि दो झूलस गए। आपको बता दें कि एफएसबी रूस की खुफिया एजेंसी केजीबी की तरह से काम करती है। हालांकि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेन्स्की के एक वरिष्ठ सहयोगी ने रोस्तोव-ऑन-डॉन में विस्फोट के लिए यूक्रेन के जिम्मेदार होने की संभावना से इनकार किया। इस घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या अमेरिका ने ब्लैक सी में गिराए अपने ड्रोन का बदला ले लिया?
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ये सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि आपको बता दें कि पिछले दिनों एक रूसी लड़ाकू जेट ब्लैक सी के ऊपर अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में ड्रोन से टकरा गया था। रूसी लड़ाकू विमानों ने एमक्यू-9 पर ईंधन फेंका, संभवतः इसे इसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। अमेरिकी सेना ने कहा कि लगभग 30 से 40 मिनट के बाद, सुबह 7.03 बजे (0603 GMT), जेट से ड्रोन से टकरा गया, जिससे यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अमेरिकी सेना ने आगे कहा कि दुर्घटना रूसी पायलटों द्वारा “खतरनाक कार्यों” के एक पैटर्न का पालन करती है, जो काला सागर सहित अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा उड़ाए गए विमानों के पास काम कर रहे हैं।