भारत में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल पर कार्रवाई के बीच लंदन स्थित भारतीय दूतावास में हुई घटना ने दोनों देशों के संबंधों को भी फौरी तौर पर खटास में ला दिया। मामले की गंभीरता को भांपते हुए विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने भारत और ब्रिटेन के संबंध को लेकर बात की है। उन्होंने कहा कि भारत और यूके गहरे संपन्न साझा करते हैं। यूनाइटेड किंगडम के विदेश सचिव जेम्स क्लीवरली ने बुधवार को खालिस्तान समर्थकों द्वारा किए गए प्रदर्शनों का जवाब दिया। जेम्स क्लेवरली ने एक बयान में कहा कि लंदन में भारतीय उच्चायोग में कर्मचारियों के प्रति हिंसा अस्वीकार्य है और मैंने उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। पुलिस की जांच जारी है और हम लंदन में भारतीय उच्चायोग और दिल्ली में भारत सरकार के साथ निकट संपर्क में हैं।
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उन्होंने आगे उल्लेख किया कि यूके भारतीय उच्चायोग में सुरक्षा की समीक्षा करने के लिए मेट्रोपॉलिटन पुलिस के साथ काम कर रहा है और अपने कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक परिवर्तन करेगा, जैसा कि हमने आज के प्रदर्शन के लिए किया। उन्होंने कहा कि हम हमेशा उच्चायोग और ब्रिटेन में सभी विदेशी मिशनों की सुरक्षा को बेहद गंभीरता से लेंगे और इस तरह की घटनाओं को रोकेंगे और मजबूती से जवाब देंगे।
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यूके के विदेश सचिव ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध “हमारे दोनों देशों के बीच गहरे व्यक्तिगत संबंधों से प्रेरित हैं, फल-फूल रहे हैं।” “हमारा संयुक्त 2030 रोडमैप हमारे संबंधों को निर्देशित करता है और दिखाता है कि जब हम एक साथ काम करते हैं तो हम क्या हासिल कर सकते हैं, दोनों देशों के लिए नए बाजार और नौकरियां पैदा कर सकते हैं और साझा चुनौतियों से निपटने में मदद कर सकते हैं। हम भविष्य के लिए यूके और भारत के बीच गहरे संबंध बनाना चाहते हैं।