ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थकों ने एक बार फिर से दुस्साहस किया है। भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी को ग्लासगो के एक गुरुद्वारे में जाने से रोका गया है। सामने आए वीडियो में नजर आ रहा है कि दोराईस्वामी एक गुरुद्वारे में जाना चाहते थे लेकिन उनको गाड़ी का दरवाजा खोलने नहीं दिया गया। विवरण के अनुसार, दोरईस्वामी को कट्टरपंथी ब्रिटिश सिख कार्यकर्ताओं के एक समूह ने रोका, जिन्होंने उनसे कहा कि उनका स्वागत नहीं है। ये वही गुरुद्वारा है, जहां दोराईस्वामी खालिस्तान गतिविधियों को लेकर गुरुद्वारा समिति के साथ बैठक करने आए थे।
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घटना के बारे में जानकारी देते हुए एक खालिस्तान समर्थक सिख कार्यकर्ता ने कहा कि उनमें से कुछ को पता चला कि दोराईस्वामी ने अल्बर्ट ड्राइव पर ग्लासगो गुरुद्वारा की गुरुद्वारा समिति के साथ एक बैठक की योजना बनाई थी। कार्यकर्ता ने कहा कि कुछ लोग आये और उनसे कहा कि उनका स्वागत नहीं है। मुझे नहीं लगता कि जो कुछ हुआ उससे गुरुद्वारा कमेटी बहुत खुश है. लेकिन ब्रिटेन के किसी भी गुरुद्वारे में भारतीय अधिकारियों का स्वागत नहीं है। उन्होंने कहा कि हम यूके-भारत की मिलीभगत से तंग आ चुके हैं। हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से हालिया तनाव के कारण ब्रिटिश सिखों को निशाना बनाया जा रहा है। अवतार सिंह खंडा और जगतार सिंह जोहल के साथ भी ऐसा ही है।
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खालिस्तान समर्थक गुरुद्वारे के बाहर भारतीय उच्चायोग दोराईस्वामी को घेरे नजर आए। उन्हें गुरुद्वारे में जाने से रोका जा रहा है। इसके बाद दोराईस्वामी एक कार में बैठकर वहां से चले गए। वीडियो में उनके जाने के बाद भी खालिस्तान समर्थक उन्हें दोबारा कभी वहां ना आने की हिदायत देते हुए नजर आए।