वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बृहस्पतिवार को युद्ध से जूझ रहे यूक्रेन की मदद जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई और कृत्रिम मेधा (एआई), स्वच्छ ऊर्जा व महत्वपूर्ण खनिजों से संबंधित आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
बाइडन और सुनक ने कहा कि “अटलांटिक घोषणापत्र” विकास और उभरती प्रौद्योगिकी के मामले में दोनों देशों के लिए एक रूपरेखा के तौर पर काम करेगा तथा राष्ट्रीय सुरक्षा व अन्य आर्थिक सुरक्षा समस्याओं के लिहाज से महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी की रक्षा करेगा।
ओवल ऑफिस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय) में दोनों नेताओं के बीच वार्ता शुरू होने पर बाइडन ने कहा, “हम अपने मूल्यों को सामने रखेंगे।” बाद में उन्होंने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि समझौता (अटलांटिक घोषणापत्र) दोनों देशों को “हमारी साझेदारी को अनुकूलित और उन्नत करने में मदद करेगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारे देश तेजी से बदलती दुनिया में अग्रणी बने रहें।”
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वहीं, सुनक ने कहा, “हमारी अर्थव्यवस्था औद्योगिक क्रांति के बाद शायद सबसे बड़ा परिवर्तन देख रही है, क्योंकि नयी प्रौद्योगिकियों ने न केवल अविश्वसनीय अवसर प्रदान किए हैं, बल्कि हमारे प्रतिद्वंदियों को भी अधिक मौके दिए हैं।”
दोनों नेताओं के बीच बातचीत में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का मुद्दा छाया रहा। अमेरिका और ब्रिटेन दोनों इस युद्ध में यूक्रेन की बड़े पैमाने पर मदद कर रहे हैं।
बाइडन ने एक बार फिर विश्वास जताया कि अमेरिकी संसद यूक्रेन को जरूरत के हिसाब से मदद मुहैया कराती रहेगी।
बातचीत की शुरुआत में बाइडन ने कहा, “अमेरिका और ब्रिटेन यूक्रेन के समर्थन में खड़े हैं।