अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन परिसर) में छह जनवरी 2021 को हुआ विद्रोह देश के लोकतंत्र पर हमला था, लेकिन ‘‘अंत में लोगों की जीत हुई।’’
बाइडन ने 2021 में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद हुई हिंसा की घटना को याद करते हुए शुक्रवार को कहा, ‘‘भीड़ ने कैपिटल परिसर पर धावा बोला। ऐसा अमेरिका के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था, यहां तक कि गृह युद्ध के दौरान भी।’’
छह जनवरी 2021 को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल परिसर में घुसकर तोड़फोड़ की थी।
ट्रंप समर्थकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के जवानों के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी। घटना के बाद ट्रंप पर संसद परिसर में दंगा भड़काने के आरोप लगे थे और उनके खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही भी शुरू की गई थी।
बाइडन ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक राष्ट्रपति नागरिक पदक प्रदान करने के बाद एक समारोह में कहा, ‘‘दो साल पहले छह जनवरी को हमारे लोकतंत्र पर हमला किया गया था। हिंसा की उस घटना को लोकतंत्र पर हमला कहना ही सबसे उपयुक्त होगा।’’
उन्होंने व्हाइट हाउस में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “हिंसक विद्रोह के दौरान न सिर्फ पुलिस एवं कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर हमला किया गया और प्रतिनिधि सभा के हॉल में तोड़फोड़ की गई, बल्कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भी निशाना बनाया गया। यह सब लोगों की इच्छा का अपमान करने और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को रोकने के प्रयास के तहत किया गया।”
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यह विद्रोह 2020 के चुनाव में बोले गए झूठ से भड़का था।
लेकिन दो साल पहले आज के दिन हमारे लोकतंत्र की जीत हुई थी, क्योंकि जैसा कि हमारा संविधान हमें संदर्भित करता है ‘हम लोग’ घबराए नहीं। हम लोगों ने इसका डटकर सामना किया।’’
बाइडन ने कहा, ‘‘अंत में हम लोगों की जीत हुई। आज उस दिन को याद करते हुए हम उपराष्ट्रपति, उनके पति और आप सभी के साथ उन अमेरिकियों का सम्मान करते हैं, जिन्होंने छह जनवरी 2021 से पहले, उस दौरान और बाद में लोकतंत्र की रक्षा में योगदान दिया।