अमेरिका में चार साल पहले हुए राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन जीत गये थे और डोनाल्ड ट्रंप हार गये थे। अब जब देश एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव की ओर बढ़ रहा है तो चुनावों से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप जीत गये हैं और जो बाइडन हार गये हैं। हम आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनावों में एक ओर डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिये गये हैं तो दूसरी और डेमोक्रेटिक पार्टी ने राष्ट्रपति जो बाइडन से आग्रह किया है कि वह चुनावी दौड़ से हट जायें और किसी अन्य को यह मौका दें। अस्वस्थ चल रहे बाइडन पर उम्र का गहरा प्रभाव पड़ रहा है जिससे डेमोक्रेटिक पार्टी को चिंता है कि चुनावों में कहीं उसका सफाया ना हो जाये इसलिए चुनाव मैदान में डटे रहने पर अड़े राष्ट्रपति को मनाने के लिए पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रतिनिधि सभा की पूर्व अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी को सामने आना पड़ा और बाइडन को समझाना पड़ा।
दूसरी ओर जानलेवा हमले में बाल-बाल बचे डोनाल्ड ट्रंप की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता और स्वीकार्यता को देखते हुए रिपब्लिकन पार्टी को उम्मीद है कि वह इस बार जीत का अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। ट्रंप भी अपने भाषणों के जरिये जिस तरह देश को एकजुट करने पर जोर दे रहे हैं उससे उनके आलोचक भी उनके मुरीद बनते दिख रहे हैं। हम आपको बता दें कि अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने देशवासियों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा है कि अब विश्व के ऐसे सबसे सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व की मांग और अपेक्षा करने का समय आ गया है जो साहसिक, गतिशील, मजबूत और निडर हो। ट्रंप ने अपने समर्थकों में उत्साह भरते हुए कहा है कि अमेरिका एक नए स्वर्णिम युग की दहलीज पर है, लेकिन हमें इस युग को लाने के लिए साहसिक कार्य करने होंगे। हम हारेंगे नहीं।
डोनाल्ड ट्रंप के लंबे भाषण की कुछ बड़ी बातें
राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से औपचारिक रूप से उम्मीदवारी स्वीकार करते हुए ट्रंप ने अपने भाषण में अमेरिकियों से अपील की कि वे पांच नवंबर को होने वाले चुनाव में उन्हें जीत दिलाने में मदद करें। ट्रंप ने अपने ऊपर हुए हमले के करीब एक सप्ताह के बाद कहा कि आज, मैं आपसे आपका सहयोग, आपका समर्थन और आपका वोट विनम्रतापूर्वक मांगता हूं। मैं आपके भरोसे का सम्मान करने का हर दिन प्रयास करूंगा और मैं आपको कभी निराश नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि जिन पुरुषों और महिलाओं को भुला दिया गया है, जिन्हें पीछे छोड़ दिया गया है, जिन पर ध्यान नहीं दिया गया, अब उनके साथ ऐसा नहीं होगा। हम साथ मिलकर आगे बढ़ेंगे और हम जीतेंगे। ट्रंप ने ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन’ में कहा कि मैं आप सभी के सामने आत्मविश्वास, ताकत और उम्मीद का संदेश लेकर खड़ा हूं। अब से चार महीने बाद हम एक अविश्वसनीय जीत हासिल करेंगे और हमारे शासन के आगामी चार वर्ष देश के इतिहास के सबसे महान वर्ष होंगे।
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अपने संबोधन में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि कोई भी चीज हमें न तो डिगा सकती है, न हमारी रफ्तार को धीमा कर सकती है और न ही हमें रोक सकती है। हमारे रास्ते में कितना भी बड़ा खतरा और कितनी भी बाधाएं क्यों न आएं, हम अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए कोशिश करते रहेंगे और हम इसमें असफल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर इस देश को बचाएंगे, हम प्रजातंत्र को पुनः स्थापित करेंगे और हम उस समृद्ध एवं अद्भुत कल की शुरुआत करेंगे जिसके हमारे लोग वास्तव में हकदार हैं। साथ ही ट्रंप ने अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बाद अमेरिकियों द्वारा दिए गए ‘‘प्यार और समर्थन के लिए’’ आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका संकल्प अटूट है और वह एक ऐसी सरकार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो अमेरिका के लोगों की सेवा करे। उन्होंने कहा कि इसलिए पूरे विश्वास और समर्पण के साथ, मैं अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी को गर्व से स्वीकार करता हूं।
साथ ही ट्रंप ने राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए दावा किया कि वह आधुनिक समय के पहले ऐसे राष्ट्रपति थे जिन्होंने कोई नया युद्ध शुरू नहीं किया। उन्होंने कहा कि यूरोप और पश्चिम एशिया में शांति थी। (पूर्व) राष्ट्रपति बुश के कार्यकाल में रूस ने जॉर्जिया पर आक्रमण किया। (पूर्व) राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया। वर्तमान शासन में रूस, यूक्रेन पर आक्रमण कर रहा है। मेरे शासन में रूस ने कुछ भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमने सीरिया और इराक में आईएसआईएस को जड़ से खत्म कर दिया, इस काम में पांच साल लगने थे लेकिन मैंने दो माह के अंदर कर दिखाया। मैंने उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण रोके।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ने कहा कि ईरान कमजोर हो चुका था, टूट चुका था और समझौता करना चाहता था। उसके पास हमास, हिजबुल्ला पर खर्च करने के लिए धन ही नहीं था और वह ऐसी स्थिति में नहीं था कि परमाणु हथियार हासिल कर सके लेकिन अब वह 90 दिन में परमाणु हथियार हासिल कर सकता है और उसके पास पूर क्षेत्र में आंतक को बढ़ावा देने के लिए 300 अरब अमरीकी डॉलर हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रतिद्वंद्वी को विरासत में एक शांतिपूर्ण दुनिया मिली थी लेकिन उन्होंने इसे युद्ध के ग्रह में बदल दिया। ट्रंप ने कहा कि अब चीन ताइवान को घेर रहा है और रूसी युद्धपोत एवं परमाणु पनडुब्बियां क्यूबा में हमारे तटों से लगभग 96 किलोमीटर दूर काम कर रही हैं और मीडिया इसके बारे में बात नहीं करना चाहता।
राष्ट्रपति पद की दौड़ से पीछे हटेंगे बाइडन!
दूसरी ओर, अमेरिका के राष्ट्रपति पद की चुनाव प्रक्रिया के तहत रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के साथ पहली बहस में ‘‘खराब’’ प्रदर्शन के बाद से चुनावी दौड़ से पीछे हटने के लिए लगातार बढ़ रहे दबाव के बीच, अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी उम्मीदवारी को लेकर बड़ी घोषणा कर सकते हैं। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है। दरअसल, बहस में बाइडन के ‘‘खराब’’ प्रदर्शन, उनके खराब स्वास्थ्य, उनके प्रतिद्वंद्वी ट्रंप की हत्या की कोशिश और सर्वेक्षणों में उनकी घटती लोकप्रियता के बीच डेमोक्रेटिक पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रपति को चुनावी दौड़ से पीछे हटने का सुझाव दिया है।
‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन के कई करीबी लोगों ने कहा कि उनका मानना है कि उन्होंने (बाइडन ने) इस विचार को स्वीकार करना शुरू कर दिया है कि वह नवंबर में होने वाला चुनाव जीतने में संभवत: सक्षम नहीं हैं और उन्हें अपनी पार्टी के कई चिंतित सदस्यों की बढ़ती मांगों के आगे झुकते हुए दौड़ से बाहर होना पड़ सकता है। हम आपको बता दें कि बाइडन एक बार फिर कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं और राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया के महत्वपूर्ण मोड़ पर उन्हें अपना प्रचार अभियान रोकना पड़ा है। वह डेलावेयर स्थित अपने आवास में पृथकवास में रह रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी बाइडन की उम्मीदवारी के बारे में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं के समक्ष निजी तौर पर चिंता व्यक्त की है। वहीं, प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने बाइडन को निजी तौर पर आगाह किया है कि यदि वह उम्मीदवारी की दौड़ से पीछे नहीं हटते हैं तो डेमोक्रेटिक पार्टी सदन में नियंत्रण हासिल करने की क्षमता खो सकती है। न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर में कहा गया है कि शीर्ष डेमोक्रेटिक नेताओं के करीबी लोगों ने कहा कि अब ऐसा लग रहा है कि बाइडन राष्ट्रपति पद की दौड़ से अंतत: पीछे हट जाएंगे। एक-दो दिन पहले पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने मित्रों से कहा कि बाइडन की जीत की उम्मीद कम है। वहीं वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी खबर में कहा कि पेलोसी ने राष्ट्रपति को चुनाव प्रचार अभियान से पीछे हटने के लिए राजी करने की कोशिशें बढ़ा दी हैं और ओबामा ने भी कहा है कि बाइडन के जीतने की संभावना बहुत कम है। इसके अलावा, ‘द हिल’ अखबार के अनुसार, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने उनके पार्टी उम्मीदवार बनने की संभावना के बीच चुनाव में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए विकल्पों की तलाश शुरू कर दी है। अधिकतर मीडिया खबरों में कहा गया कि बाइडन मिलवाउकी में ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन’ के बाद अपनी उम्मीदवारों को लेकर घोषणा कर सकते हैं।