अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शिकागो की यात्रा पर व्हाइट हाउस से रवाना होने से पहले पत्रकारों से रूस यूक्रेन युद्ध के बारे में बातचीत कर रहे थे। उसी दौरान उनके मुंह से गलती से निकल गया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इराक में युद्ध हार रहे हैं। क्रेमलिन ने कहा कि उसे उम्मीद है कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की जुबान फिसल गई लेकिन उनका इरादा इराक के बजाय यूक्रेन कहने का था। जो बाइडेन ने पहले कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इराक में युद्ध हार रहे हैं जबकि उनका मतलब यूक्रेन से था।
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शिकागो की यात्रा पर व्हाइट हाउस से प्रस्थान करने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए, जो बाइडेन से पूछा गया कि क्या वैगनर के प्रमुख के नेतृत्व में संक्षिप्त विद्रोह से रूसी नेता कमजोर हो गए हैं। बाइडेन ने कहा कि वास्तव में यह कहना मुश्किल है। लेकिन वह स्पष्ट रूप से इराक में युद्ध हार रहे हैं। वो घरेलू युद्ध हार रहे है और वह दुनिया भर में एक तरह से अछूत बन गया हैं। सिर्फ नाटो नहीं है, यह सिर्फ यूरोपीय संघ नहीं है, यह जापान नहीं ये 40 राष्ट्र है।
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अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वास्थ्य के बारे में पूछे जाने पर क्रेमलिन ने कहा कि वह कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। इससे पहले जो बाइडेन ने भारत की जगह चीन का नाम ले लिया था। फिर बाद में उन्होंने खुद को सही किया था। उन्होंने कहा था कि आपने शायद मेरे नए सबसे अच्छे दोस्त को देखा। एक छोटे से देश के प्रधानमंत्री, जो अब दुनिया में सबसे बड़ा है, चीन – मेरा मतलब है, क्षमा करें, भारत।