आर्थिक तंगहाली झेल रहे पाकिस्तान के कटोरे में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की तरफ से तीन अरब डॉलर की खैरात मिलने की उम्मीद है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) पाकिस्तान के साथ 3 बिलियन डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था पर एक कर्मचारी-स्तरीय समझौते पर पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की तरफ से पाकिस्तान के साथ एक स्टैंडबाय एग्रीमेंट किया गया है। इस स्टाफ लेवल एग्रीमेंट स्टैंडबाय को अभी आईएमएफ बोर्ड की मंजूरी मिलना बाकी है। आईएमएफ बोर्ड की मीटिंग जुलाई में होनी है और उसमें ही इस पर फैसला लिया जाएगा। तीन अरब डॉलर की फंडिंग नौ महीने से ज्यादा समय से बाकी है, पाकिस्तान के लिए इसे बड़ी राहत बताया जा रहा है।
इसे भी पढ़ें: बस ढाई घंटे ही दूर…चौथी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे नवाज! PML-N के शीर्ष नेता ने कही बड़ी बात
देश 2019 में सहमत $6.5 बिलियन के बेलआउट पैकेज से शेष $2.5 बिलियन का इंतजार कर रहा था। आईएमएफ के अधिकारी नाथन पोर्टर ने एक बयान में कहा कि नई स्टैंड-बाय व्यवस्था 2019 कार्यक्रम पर आधारित है, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को हाल के दिनों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसमें पिछले साल विनाशकारी बाढ़ और यूक्रेन में युद्ध के बाद कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी शामिल है।
इसे भी पढ़ें: IND-PAK Match पर भड़के राज ठाकरे की पार्टी के नेता, बालासाहेब को भी यह स्वीकार नहीं होता, बीजेपी-शिवसेना पर निशाना
पोर्टर ने एक बयान में कहा कि आयात और व्यापार घाटे को कम करने के अधिकारियों के प्रयासों के बावजूद, भंडार बहुत निचले स्तर तक गिर गया है। बिजली क्षेत्र में तरलता की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है। पोर्टर ने कहा कि इन चुनौतियों को देखते हुए, नई व्यवस्था आने वाले समय में बहुपक्षीय और द्विपक्षीय भागीदारों से वित्तीय सहायता के लिए एक नीति आधार और एक रूपरेखा प्रदान करेगी।