कतर, मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका ने बड़ी घोषणा करते हुए जानकारी दी है कि इज़राइल और हमास युद्धविराम और बंधक रिहाई समझौते पर पहुंच गए हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की और गाजा में बंधकों की रिहाई के लिए समझौता कराने में मदद करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। समजौते की रूपरेखा में बंधकों और कैदियों की रिहाई, आबादी वाले क्षेत्रों से इजरायली बलों की वापसी और मानवीय सहायता कार्यों को फिर से शुरू करना शामिल है।
समझौते में क्या क्या
इस समझौते में हमास की ओर से चरणबद्ध तरीके से बंधकों की रिहाई, इजराइल में सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई और गाजा में विस्थापित हजारों लोगों को वापस लौटने की अनुमति देना शामिल है। समझौते के तहत, क्षेत्र में अत्यंत आवश्यक मानवीय सहायता भी पहुंचाई जाएगी।
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नेतन्याहू का क्या है कहना
समझौते के तहत, क्षेत्र में अत्यंत आवश्यक मानवीय सहायता भी पहुंचाई जाएगी। अमेरिका के तीन अधिकारियों और हमास के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि समझौता हो गया है। दूसरी ओर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि समझौते का अंतिम विवरण अभी भी तैयार किया जा रहा है। दोहा में मौजूद तीनों अमेरिकी अधिकारियों और हमास ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी। नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उसे उम्मीद है कि समझौते के विवरण को आज रात अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
हमास का अटैक
हमास ने सात अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे और 250 अन्य को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद इजराइल ने जवाबी हमले किये, जिसमें फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार 46,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए थे। इसके अलावा गाजा की अनुमानित 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई और मानवीय संकट पैदा हो गया। नवंबर 2023 में हुए एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान गाजा से 100 से अधिक बंधकों को रिहा किया गया था।