मिस्र में जन्में अरबपति मोहम्मद अल-फ़याद अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं। 94 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। बिजनेसमैन अल फायाद उस वक्त सुर्खियों में रहे थे जब उनके बेटे डोडी और राजकुमारी डायना की एक साथ कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। मिस्र के शहर अलेक्जेंड्रिया में जन्मे अल-फ़याद ने अपने करियर की शुरुआत फ़िज़ी ड्रिंक बेचने से की और फिर सिलाई-मशीन सेल्समैन के रूप में काम किया। उन्होंने अपने परिवार का भाग्य रियल एस्टेट, शिपिंग और निर्माण में बनाया। हालाँकि अल-फ़याद के पास हैरोड्स, फ़ुलहम और पेरिस में रिट्ज़ होटल जैसे प्रतिष्ठान प्रतीक थे।
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जिस देश में दशकों तक उनका निवास था, उस देश की नागरिकता देने से इनकार करने पर ब्रिटिश सरकार के साथ उनका मतभेद हो गया और वे अक्सर फ्रांस जाने की धमकी देते थे, जिससे उन्हें फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार लीजन ऑफ ऑनर मिला। अपने बेटे की मौत के बाद मोहम्मद अल फायाद ने ब्रिटिश सरकार से लंबी लड़ाई लड़ी। उन्हें यकीन था कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप द्वारा रची गई साजिश में डोडी और डायना की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि शाही परिवार ने दुर्घटना की साजिश रची। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें डायना का किसी मिस्र के शख्स के साथ डेटिंग करना पसंद नहीं था।
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उन्होंने तो यहां तक दावा किया था कि वह डोडी के बच्चे को जन्म देने वाली थी। रानी के पति प्रिंस फिलिप पर ब्रिटेन की सुरक्षा सेवाओं को उसे मारने का आदेश देने का आरोप लगाया ताकि उसे एक मुस्लिम से शादी करने और उसके बच्चे को जन्म देने से रोका जा सके। अल-फ़याद की मृत्यु बुधवार को हुई, उनके परिवार ने कहा, डोडी और डायना की मृत्यु की 26वीं वर्षगांठ से एक दिन पहले।