अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गाजा पट्टी और इजराइल, दोनों स्थानों पर नागरिकों की सुरक्षा के लिए शनिवार को अपील की।
इजराइली सेना द्वारा आधे फलस्तीनी भू-भाग की आबादी को प्रस्तावित जवाबी हमले से पहले दूसरी जगह चले जाने को कहने के बाद ब्लिंकन ने यह अपील की है।
ब्लिंकन ने पश्चिम एशिया में कूटनीति के तीसरे दिन की शुरूआत करते हुए सऊदी अरब के अपने समकक्ष प्रिंस फैसल बिन फरहान से रियाद में मुलाकात की। इस कूटनीति का लक्ष्य इजराइल-हमास युद्ध को क्षेत्रीय संघर्ष का रूप लेने और मानवीय संकट बढ़ाने से रोकना है।
दोनों नेताओं ने नागरिकों को नुकसान को न्यूनतम करने के महत्व पर जोर दिया क्योंकि इजराइल अपनी सरजमीं पर चरमपंथी संगठन के अभूतपूर्व हमले के एक हफ्ते बाद हमास के खिलाफ प्रत्याशित आक्रमण के लिए तैयार है।
ब्लिंकन ने इसी तरह की चर्चा के लिए संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना होने से पहले कहा, ‘‘चूंकि इजराइल अपने वैध अधिकार, अपने लोगों की रक्षा करने और दोबारा ऐसा न होने देने को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है, ऐसे में यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम सभी नागरिकों का ध्यान रखें, और हम ठीक वैसा ही करने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हममे से कोई भी किसी ओर नागरिकों को हताहत होते नहीं देखना चाहता है, चाहे यह इजराइल हो, या गाजा हो, या यह कहीं और हो।’’
अमेरिका के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि उनके देश ने इजराइल को नागरिकों की निकासी योजना धीमा करने या रोकने को नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि इजराइली नेताओं के साथ चर्चा नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखने की जरूरत पर जोर देता है क्योंकि इजराइली सेना नागरिकों की निकासी की मांग लागू कराने की ओर बढ़ रही है।
अधिकारी ने कहा कि इजराइली नेताओं ने दिशानिर्देश स्वीकार किया है और इसे सलाह के रूप में लिया है।
कुछ छोटी संभावित प्रगति होने का संकेत देते हुए, ब्लिंकन के साथ यात्रा कर रहे एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि गाजा में फलस्तीनी-अमेरिकी तथा अन्य दोहरी नागरिकता वालों को शनिवार को पांच घंटे की निर्धारित अवधि के दौरान सीमा पार कर मिस्र में प्रवेश करने की अनुमति देने का मिस्र, इजराइल और कतर के बीच सैद्धांतिक रूप से एक समझौता हुआ है।
अधिकारियों ने कहा कि गाजा में करीब 500 अमेरिकियों के होने का अनुमान है लेकिन यह संख्या अस्पष्ट है।
अधिकारी ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या हमास विदेशियों के काफिले को निर्बाध रूप से रफा सीमा पहुंचने की अनुमति देगा।
वहीं, फैसल ने कहा कि सऊदी अरब नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह परेशान करने वाली स्थिति है। यह बहुत कठिन स्थिति है। और, जैसा कि आप जानते हैं, इस स्थिति के प्राथमिक रूप से पीड़ित नागरिक हैं, और दोनों पक्षों के नागरिक प्रभावित हो रहे हैं। ’’
सऊदी अरब ने मुस्लिम देशों के 57 सदस्यीय समूह इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के विदेश मंत्रियों की तत्काल बैठक बुलाई है।
ओआईसी ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘बैठक में गाजा और उसके आसपास की बढ़ती सैन्य स्थिति के साथ-साथ नागरिकों के जीवन और क्षेत्र की समग्र सुरक्षा व स्थिरता को खतरे में डालने वाली बिगड़ती स्थितियों पर चर्चा की जाएगी। बैठक बुधवार को जेद्दा में होगी।