उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच मीटिंग रूस के वास्तोचनी स्पेस सेंटर में हुई। दोनों ने चार से पांच घंटे बात की है। रूसी मीडिया आउटलेट के अनुसार उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने देश के सुदूर पूर्व में रूसी अंतरिक्ष, सैन्य और अन्य तकनीकी सुविधाओं के अपने दौरे के नवीनतम पड़ाव में रूस की हाइपरसोनिक ‘किंजल’ मिसाइलों के साथ-साथ रणनीतिक, परमाणु-सक्षम बमवर्षकों का निरीक्षण किया है। रूस के प्रिमोर्स्की क्षेत्र के गवर्नर ओलेग कोझेमायाको ने शनिवार को व्लादिवोस्तोक से लगभग 40 किमी (25 मील) उत्तर पूर्व में अर्टोम शहर में किम के आगमन की घोषणा की है।
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अर्टोम पहुंचने के बाद किम ने शहर के ठीक बाहर व्लादिवोस्तोक हवाई अड्डे की यात्रा की, जहां उन्हें रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने रूस के परमाणु-सक्षम रणनीतिक बमवर्षक और अन्य युद्धक विमान दिखाए। शोइगु ने किम को रूस की नवीनतम मिसाइल, हाइपरसोनिक किंजल से परिचित कराया। जिसका रूसी में अर्थ है ‘डैगर’ एक हवा से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल जो परमाणु या पारंपरिक हथियार ले जाने में सक्षम है।
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गौरतलब है कि जब पुतिन और किम जोंग की बैठक हो रही थी। तभी उत्तर कोरिया ने समुंदर में दो बैलेस्टिक मिसाइलें दाग दी। कोरियाई मामलों के जानकार के अनुसार दक्षिण कोरिया के मंत्रालय का कहना है कि ये पहली बार जब किम जोंग के विदेश में रहते उत्तर कोरिया ने मिसाइल दागी है। साउथ कोरिया में नेशनल स्ट्रैटजी रिसर्च इंस्टीट्यूट से जुड़े मून सियोंग मूक ने बताया कि किम जोंग ये दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि उनके बाहर रहते हुए भी सैन्य गतिविधियां जोर पकड़ती रहती है।