दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स नेताओं के आगामी शिखर सम्मेलन के स्थान को दूसरे देश में बदलने पर विचार कर रहा है। यह एक ऐसा कदम है जो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट को निष्पादित करने के बारे में लेकर हो रही दुविधा को हल करेगा। लोगों ने कहा कि सरकार चीन से राज्य के प्रमुखों या वैकल्पिक रूप से पड़ोसी मोजाम्बिक की बैठक की मेजबानी करने पर विचार कर रही है। ये निजी है और अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस मिनिस्टर नालेदी पांडोर के प्रवक्ता, लुंगा एनगेंगेलेले ने कहा कि जैसी स्थिति है, शिखर सम्मेलन गौतेंग प्रांत में आयोजित किया जाएगा, जहां जोहान्सबर्ग का वाणिज्यिक केंद्र और राजधानी प्रिटोरिया स्थित हैं।
इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi Exclusive: Ukraine के जरिये Russia की हेकड़ी निकालने में जुटे NATO को भारी पड़ सकता है Putin का गुस्सा
जहां तक जानकारी है, शिखर सम्मेलन स्थल की घोषणा दक्षिण अफ्रीका के गौतेंग के रूप में की गई है। दक्षिण अफ्रीका ने 22-24 अगस्त के शिखर सम्मेलन में ब्राजील, भारत और चीन के नेताओं के साथ पुतिन को आमंत्रित किया है। चूंकि दक्षिण अफ्रीका अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय का सदस्य है। इसलिए यह पुतिन के लिए गिरफ्तारी वारंट को निष्पादित करने के लिए बाध्य होगा, जो इस साल की शुरुआत में ट्रिब्यूनल ने जारी किया था।
इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi Exclusive: क्यों हो रही है Europe में एक और युद्ध की आहट ? Japan में ऑफिस खोल कर Asia में क्यों घुस रहा है NATO ?
न तो चीन और न ही मोज़ाम्बिक रोम संविधि के पक्षकार हैं जिसने आईसीसी की स्थापना की। लोगों में से एक ने कहा कि मोज़ाम्बिक एक उपयुक्त स्थान होने की संभावना नहीं है क्योंकि देश में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के पैमाने पर एक कार्यक्रम की मेजबानी करने की क्षमता नहीं है। दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने पहले 2015 में अंतर्राष्ट्रीय आलोचना की थी, जब उसने तत्कालीन सूडानी राष्ट्रपति उमर अल-बशीर के लिए आईसीसी गिरफ्तारी वारंट को निष्पादित करने से इनकार कर दिया था।