ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने रविवार को यहां डाउनिंग स्ट्रीट में दिवाली पर चाय के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनकी पत्नी क्योको जयशंकर की मेजबानी की।
जयशंकर ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘दिवाली के दिन प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात करके खुशी हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से उन्हें शुभकामनाएं दीं। भारत और ब्रिटेन मौजूदा समय के दौरान संबंधों को नए सिरे से मजबूत करने में सक्रिय हैं।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री सुनक और उनकी पत्नी को उनके गर्मजोशी भरे स्वागत और शानदार आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया।
जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने और ‘‘मैत्रीपूर्ण संबंधों को नई गति’’ देने के उद्देश्य से ब्रिटेन के पांच-दिवसीय दौरे पर लंदन पहुंचे हैं।
इससे पहले विदेश मंत्री ने रविवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘दीपावली के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। आशा है कि रोशनी का यह त्योहार सभी के जीवन को प्रकाशित करेगा एवं शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लाएगा।’’
अपने ब्रिटेन प्रवास के दौरान जयशंकर लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान में एक कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं और सोमवार को उनके लंदन में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित दिवाली स्वागत समारोह को संबोधित करने की संभावना है।
वह अगले सप्ताह ‘एक अरब लोग दुनिया को कैसे देखते हैं’ विषय पर चर्चा में शामिल हो सकते हैं।
जयशंकर अपने ब्रिटिश समकक्ष जेम्स क्लेवर्ली के साथ बातचीत करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस बातचीत में ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की अगले कुछ महीनों में होने वाली संभावित भारत यात्रा के संबंध में तैयारियों पर चर्चा की जाएगी।
इससे पहले, भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था, ‘‘भारत और ब्रिटेन के द्विपक्षीय संबंध बढ़ रहे हैं। इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री अपने ब्रिटिश समकक्ष सर जेम्स क्लेवर्ली और अन्य गणमान्य लोगों के साथ मुलाकात करेंगे।’’
विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों के रिश्तों को मधुर और प्रगतिशील बताया। भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी की शुरुआत 2021 में की गई और इसके तहत भारत-ब्रिटेन कार्ययोजना-2030 पर हस्ताक्षर किया गया था, जिसका उद्देश्य कई क्षेत्रों में संबंधों का विस्तार करना है।
विदेश मंत्रालय ने कहा था, ‘‘कार्ययोजना में एक ऐसी साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता जताई गई है, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगी। विदेश मंत्री के दौरे से दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को नई गति मिलेगी।