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महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की हत्या की मंशा रखने वाला ब्रिटिश सिख ‘स्टार वार्स’ से प्रेरित था

 क्रिसमस 2021 पर ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की हत्या करने की मंशा रखने वाला ब्रिटिश सिख घुसपैठिया ‘स्टार वार्स’ सीरीज से प्रेरित था। बुधवार को लंदन में मामले की सुनवाई कर रही एक अदालत को यह जानकारी दी गई।
जसवंत सिंह चैल (21) ने खुद को “भारतीय सिख” बताया था। उसने गिरफ्तारी के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर सामने आई अपनी एक वीडियो में कहा था कि वह 1919 में अमृतसर के जलियावालां बाग नरसंहार का बदला लेने के लिए एलिजाबेथ द्वितीय की “हत्या” करना चाहता था। उसके खिलाफ दर्ज मामले में लंदन की ओल्ड बेली अदालत में सुनवाई जारी है।
महारानी का पिछले साल सितंबर में निधन हो गया था।

पच्चीस दिसंबर 2021 की सुबह जब चैल ने विंडसर महल में घुसपैठ की थी, तब महारानी अपने निजी अपार्टमेंट में थीं। दो अधिकारी महल के मैदान में घुसपैठिए को देखकर उसके पास पहुंचे। उसने काले कपड़े और हाथ से बना धातु का मुखौटा पहन रखा था। घुसपैठिये ने अधिकारियों से कहा था कि वह महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को जान मारने के लिए यहां आया है।
चैल के पास ‘बोल्ट’ से भरा हुआ एक ‘क्रॉसबो’ (स्वचालित धनुष) था। अधिकारियों ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया था।
अदालती रिपोर्ट के अनुसार न्यायमूर्ति निकोलस हिलियार्ड ने विशेषज्ञों से पूछा है कि क्या चैल अपराध के समय मानसिक विकार से पीड़ित था।

अभियोजक एलिसन मोर्गन ने कहा, “प्रतिवादी का मुख्य उद्देश्य ब्रिटेन में ब्रिटिश साम्राज्य की पहचान मिटाकर एक नया साम्राज्य बनाना था और इसका केंद्र बिंदु शाही परिवार की मुखिया को हटाना था।”
मोर्गन ने कहा, “उसकी सोच आंशिक रूप से स्टार वार्स की काल्पनिक दुनिया और एक नई दुनिया को आकार देने में सिथ लॉर्ड्स की भूमिका से प्रेरित थी। वह अपने मिशन के पूरा होने की स्थिति में मिलने वाली शोहरत के प्रति भी आकर्षित था।”
चैल का जन्म दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के विंचेस्टर में भारतीय मूल के एक परिवार में हुआ था और वह अपने माता-पिता, जुड़वां बहन और बड़े भाई के साथ हैम्पशर के नॉर्थ बैडस्ले गांव में रहता था।
इस साल की शुरुआत में चैल ने इसी अदालत में ब्रिटेन के राजद्रोह अधिनियम के तहत अपराध स्वीकार किया था। उसे बृहस्तिवार को सजा सुनाए जाने की उम्मीद है।

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