चीन द्वारा पाकिस्तान के साथ एक संयुक्त बयान में कश्मीर मुद्दे को उठाने के कुछ दिनों बाद अब उसने कहा है कि वह अगले सप्ताह जम्मू और कश्मीर में नियोजित जी20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक में शामिल नहीं होगा। चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वो विवादित क्षेत्र में ऐसी बैठकें आयोजित करने का दृढ़ता से विरोध करता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन द्वारा जारी एक औपचारिक बयान में कहा गया है कि चीन विवादित क्षेत्र पर किसी भी प्रकार की जी20 बैठक आयोजित करने का दृढ़ता से विरोध करता है।
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उन्होंने कहा कि हम ऐसी बैठकों में शामिल नहीं होंगे। पाकिस्तान और चीन दोनों ने पहले भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के लिए अनुचित संदर्भ दिए हैं। जम्मू-कश्मीर पर बीजिंग और इस्लामाबाद के बयानों को भारत लगातार खारिज करता रहा है। हमने इस तरह के बयानों को लगातार खारिज किया है और संबंधित सभी पक्ष इन मामलों पर हमारी स्पष्ट स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ हैं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख भारत के अभिन्न और अविच्छेद्य अंग हैं और रहेंगे। इसके अलावा तुर्की और सऊदी अरब ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि पंजीकरण की प्रक्रिया 22 मई की सुबह तक जारी रहेगी।
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पाकिस्तान और चीन दोनों ने पहले भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के लिए अनुचित संदर्भ दिए हैं। जम्मू-कश्मीर पर बीजिंग और इस्लामाबाद के बयानों को भारत लगातार खारिज करता रहा है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान और चीन की टिप्पणियों पर पहले टिप्पणी की है। भारत ने इससे पहले भी कहा है कि हमने इस तरह के बयानों को लगातार खारिज किया है और संबंधित सभी पक्ष इन मामलों पर हमारी स्पष्ट स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ हैं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख भारत के अभिन्न और अविच्छेद्य अंग हैं और रहेंगे। किसी अन्य देश के पास इस पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं।