अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा बताते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन अपने निराधार दावों को जितनी बार चाहे दोहरा सकता है। लेकिन उससे स्थिति नहीं बदलेगी। गुरुवार को साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश पर इस मामले पर हमारी स्थिति बार-बार स्पष्ट की गई है। हमने हाल ही में इस संबंध में बयान भी जारी किए हैं। मुझे लगता है कि कुछ बयान हैं।
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चीन अपने बेबुनियाद दावों को जितनी बार चाहे दोहरा सकता है। इससे स्थिति बदलने वाली नहीं है. अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और रहेगा। रणधीर जयसवाल का बयान चीन द्वारा फिर से अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा पेश करने के कुछ दिनों बाद आया है। चीन ने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश को भारत के हिस्से के तौर पर अमेरिका द्वारा मान्यता दिए जाने का कड़ा विरोध करता है और अमेरिका का भारत-चीन सीमा विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। चीन ने यह आरोप भी लगाया कि अमेरिका स्वार्थी भू-राजनीतिक हितों के लिए अन्य देशों के विवादों को भड़काने और उनका उपयोग करने करने की कोशिश कर रहा है।
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चीन की कड़ी प्रतिक्रिया अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल की उस टिप्पणी के बाद आई, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका ‘‘अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है।