अमेरिकी आसमान में चीनी गुब्बारा उड़ने की घटना ने पहले से ही तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे चीन-अमेरिका संबंधों में तल्खी और बढ़ा दी है। अमेरिका ने अपने हवाई क्षेत्र में कुछ दिनों से मंडरा रहे चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के निर्देश पर वायुसेना के एफ-22 लड़ाकू विमान ने एक मिसाइल से गुब्बारे को निशाना बनाया है। अमेरिकी आसमान में चीनी गुब्बारा दिखने के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शुक्रवार को अपनी बीजिंग यात्रा स्थगित कर दी थी। अब जासूसी गुब्बारा गिराए जाने को लेकर चीन की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आई है। चीन ने कहा कि अमेरिका इसे राई का पहाड़ बना रहा है।
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अमेरिका राई का पहाड़ बनाना चाहता है
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने सोमवार को कहा कि लैटिन अमेरिका में देखा गया गुब्बारा चीन का है और नागरिक उद्देश्यों के लिए है। माओ ने एक नियमित समाचार ब्रीफिंग में बताया कि गुब्बारे की आत्म-संचालन क्षमता सीमित है। चीन ने कहा कि अमेरिका राई का पहाड़ बनाना चाहता है। जबकि इससे पहले कोलंबिया की वायु सेना ने शनिवार को एक संक्षिप्त बयान में कहा कि शुक्रवार सुबह उसकी वायु रक्षा प्रणाली में एक संभावित गुब्बारे का पता चला था।
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अमेरिका ने मार गिराया गुब्बारा
साउथ कैरलाइना के तट से 9.65 किलोमीटर दूर अटलांटिक महासागर में गिराया गया। अमेरिकी सेना अव मलवे से ‘जासूसी’ उपकरणों को बरामद करने में जुटी है। वहीं, चीन ने इस पर अमेरिका को गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी है। मंत्रालय ने कहा कि गुब्बारे को तबाह करके अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है। अमेरिका न भूले कि हमारे पास भी कार्रवाई का अधिकार है। हम एक्शन ले सकते हैं।