चीन ने अपनी कंपनियों पर अमेरिका की ओर प्रतिबंध लगाए जाने का विरोध करते हुए इसे एक अवैध कदम बताया है और कहा है कि इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला खतरे में पड़ सकती है।
अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने बुधवार को चीन और हांगकांग में स्थित पांच कंपनियोंपर विशेष लाइसेंस लिए बिना अमेरिकी कंपनियों के साथ कारोबार करने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
अमेरिका ने उन विदेशी कंपनियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है, जिनके बारे में उसे लगता है कि वे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की मदद कर रही हैं।
इसके जरिए वह इन कंपनियों को कारोबार के लिए रूस या अमेरिका में से किसी एक को चुनने का दबाव डाल रहा है।
अमेरिका ने ऐसी कंपनियों की एक सूची बनाई है, जिसमें माल्टा, तुर्की और सिंगापुर की कंपनियों समेत कुल 28 कंपनियों को रखा गया है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकाकी कार्रवाई का “अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार कोई आधार नहीं है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उसे ऐसा करने लिए अधिकृत नहीं कर रखा है।”
बयान में कहा गया है, “यह पूरी तरह से एकतरफा प्रतिबंध है और अधिकार क्षेत्र से बाहर जाने का मामला है, जिससे व्यापार के वैध अधिकारों व हितों को गंभीर नुकसान होगा और सुरक्षा तथा वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की स्थिरता पर प्रभाव पड़ेगा। चीन इसका पुरजोर विरोध करता है।