चीन ने कहा है कि अफगानिस्तान में आतंकवाद ‘‘बद से बदतर’’ हो गया है और तालिबान शासकों को पड़ोसी देशों-खासकर पाकिस्तान के लिए समस्याएं खड़ी कर रहे आतंकी समूहों पर नकेल कसने के अपने संकल्प को पूरा करना चाहिए।
आतंकवादी समूह टीटीपी द्वारा लगातार किए जा रहे हमलों से पाकिस्तान परेशान है। इस्लामाबाद का आरोप है कि यह समूह अफगान धरती से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
चीनी विदेश मंत्री छिन कांग ने बृहस्पतिवार को उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के सम्मेलन की अध्यक्षता करने के बाद कहा, ‘‘अफगानिस्तान में आतंकवाद बद से बदतर हो गया है। अफगान आतंकी समूहों की संख्या आज बढ़कर 20 से अधिक हो गई है।’’
इस सम्मेलन में चीन, रूस, पाकिस्तान और ईरान शामिल हुए।
चीन द्वारा बुलाई गई विदेश मंत्रियों की यह चौथी बैठक है, जिसके उइगुर मुस्लिम बहुल शिनजियांग प्रांत की सीमाएं अफगानिस्तान से लगती हैं।
समरकंद बैठक के अंत में जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि अफगानिस्तान आधारित आतंकवादी समूहों ने पड़ोसी देशों के लिए गंभीर समस्याएं खड़ी की हैं।
बैठक में पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार शामिल हुईं।
चीन ने कहा कि अफगानिस्तान में आतंकवाद ‘‘बद से बदतर’’ हो गया है और तालिबान शासकों को पड़ोसी देशों-खासकर पाकिस्तान के लिए समस्याएं खड़ी कर रहे आतंकी समूहों पर नकेल कसने के अपने संकल्प को पूरा करना चाहिए।