अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ऋण को पुनर्जीवित करने की अनिश्चितता के बीच आर्थिक तंगहाली झेल रहे पाकिस्तान के कटोरे में उससे अजीज दोस्त चीन ने खैरात डाल दिया है। पाकिस्तान को अपने करीबी सहयोगी चीन से 1 बिलियन प्राप्त हुआ है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने इस बारे में कोई अन्य विवरण साझा किए बिना चीन से राशि प्राप्त करने की पुष्टि की है। ये लगभग 3.9 बिलियन डॉलर के भंडार में जुड़ जाएगा। इससे पहले, वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले सोमवार को चीन को 1.3 बिलियन डॉलर के वाणिज्यिक कर्ज को जल्द से जल्द मुहैया कराने का अनुरोध किया था।
इसे भी पढ़ें: Srilanka के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिए Shaheen Afridi की पाकिस्तान टीम में वापसी, एक साल बाद पहनेंगे सफेद जर्सी
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डिफ़ॉल्ट के कगार पर है। आईएमएफ ने उसे 6.5 अरब डॉलर की ऋण सहायता देने की 2019 में सहमति जताई थी, लेकिन इसमें से 2.5 अरब डॉलर उसे नहीं मिल सकती है। पाकिस्तान आईएमएफ से मदद नहीं मिलने की स्थिति में अपनी अर्थव्यवस्था को बचाए रखने के लिए एक विकल्प की तलाश कर रहा है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि चीन उसे चार अरब डॉलर का द्विपक्षीय ऋण देगा।
इसे भी पढ़ें: बोट बहते हुए पाकिस्तान चली गई…27 महीने बाद छूटकर आए उमेश ने कहा- डर के साये में कट रहा था जीवन
आईएमएएफ के बेलआउट पैकेज पर नहीं बनी बात
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि वित्त मंत्री ने नौवीं समीक्षा के पूरा होने पर आईएमएफ के साथ बातचीत के बारे में चीन के चार्ज डी अफेयर्स को अपडेट किया। हालांकि, हैरत की बात है कि तमाम कोशिशों के बावजूद पाकिस्तानी हुकूमत और आईएमएएफ मुल्क को दिवालिया होने से बचाने के उद्देश्य से 1.1 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज पर स्टाफ लेवल एग्रीमेंट तक पहुंचने में विफल रहे।