पेंटागन ने अमेरिकी कांग्रेस को एक रिपोर्ट सौंपी है। उस रिपोर्ट में अंदेशा जाहिर किया गया है कि चीन तेजी से एटम बम बना सकता है। इसके साथ ही जानकारी है कि 2035 तक चीन के पास 1500 एटम बम हो सकते हैं। हालांकि चीन की तैयारी पेंटागन के अनुमान से कहीं आगे की है। चीन न केवल एटम बम बना रहा है बल्कि इसे दागने के लिए आईसीबीएम मिसाइल लॉन्चर भी बड़ी तादाद में बना रहा है।
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अमेरिका से ज्यादा आईसीबीएम मिसाइल लॉन्चर बना रहा
रेस चाहे एटम बम की हो या फिर एटम बम ले जाने वाली इंटरकाउंटिनेंटल मिसाइलों की, सर्वनाश का सामान एकट्ठा करने की दौड़ में चीन अमेरिका से भी आगे निकलने की कोशिश में लगा है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय को जिनपिंग की दो विनाशकारी योजनाओं के बारे में पता चला है। पहली योजना 2027 की है और दूसरी 2035 की है। पेंटागन की रिपोर्ट के अनुसार चीन अमेरिका से ज्यादा आईसीबीएम मिसाइल लॉन्चर बना रहा है। अक्टूबर 2022 के बाद चीन और अमेरिका के हथियारों का संतुलन बदल गया है। चीन ने महाविनाश के कई हथियारों की रेस में अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है।
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परमाणु जखीरे को बढ़ाकर 1,500 कर देगा चीन
जब रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की, तो नाटो अपनी इच्छा के बावजूद रूस पर आक्रमण नहीं कर सका। रूस के परमाणु जखीरे को इसके पीछे मुख्य कारण बताते हुए शी जिनपिंग ने पिछले साल नवंबर के महीने में परमाणु हथियारों के महत्व पर जोर दिया था। 2022 में अमेरिका ने भी दावा किया था कि चीन अपनी परमाणु ताकत बढ़ा रहा है। अमेरिका ने कहा था कि 2035 तक चीन अपने परमाणु जखीरे को बढ़ाकर 1,500 कर देगा।
किसके पास कितने परमाणु हथियार हैं
रूस | 5977 |
अमेरिका | 5428 |
चीन | 350 |
फ्रांस | 290 |
ब्रिटेन | 225 |
पाकिस्तान | 165 |
भारत | 160 |
इजराइल | 90 |
नॉर्थ कोरिया | 20 |