अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के स्पीकर केविन मैकार्थी ने ताइवानी राष्ट्रपति त्साई इंग वेन से लॉस एंजेल्स कैलिफोर्निया में मुलाकात की है। खुद हाउस स्पीकर मैकार्थी ने ताइवानी राष्ट्रपति से रीगन लाइब्रेरी में मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है। इस कदम ने चीन को बुरी तरह से बौखला दिया है। चीन ने संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी हालिया यात्रा के दौरान ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन की मेजबानी करने वाले दो अमेरिकी संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा की कि वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक हडसन इंस्टीट्यूट और कैलिफोर्निया में रोनाल्ड रीगन प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी को चीन में संस्थानों और व्यक्तियों के साथ किसी भी सहयोग, विनिमय या लेनदेन से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
इसे भी पढ़ें: कोरोना कहां से पैदा हुआ, चीन के पास है डेटा, WHO ने कहा- तुरंत हमें दें
बयान में कहा गया है कि संगठनों के प्रमुख नेताओं को भी चीन जाने से रोक दिया जाएगा, वे वहां के संगठनों या व्यक्तियों के साथ लेन-देन या सहयोग करने में असमर्थ होंगे और देश में उनकी कोई भी संपत्ति जब्त की जाएगी। मंत्रालय ने कहा कि हडसन इंस्टीट्यूट और रीगन लाइब्रेरी ने एक मंच प्रदान किया है और त्साई की अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा दिया है … जो चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को गंभीर रूप से कमजोर करता है। चीन ने कहा कि हम ताइवान की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने वाली अलगाववादी ताकतों और उनके कार्यों को दंडित करने के लिए दृढ़ कदम उठाएंगे और अपने देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेंगे।
इसे भी पढ़ें: Israeli–Palestinian संघर्ष, कनाडा में मंदिरों पर हमले और चीन की चालबाजी, विदेश मंत्रालय ने सभी मुद्दों पर रखी अपनी राय
बता दें कि साई ने अमेरिका की अपनी यात्रा के तहत हडसन इंस्टीट्यूट से एक नेतृत्व पुरस्कार स्वीकार किया था और क्षेत्रीय सुरक्षा में ताइवान की चुनौतियों के बारे में भाषण भी दिया था। प्रतिबंध के तहत इन संगठनों का जिम्मा संभालने वाले व्यक्तियों की यात्रा पर रोक लगी रहेगी। इन लोगों पर चीनी संगठनों के साथ काम करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।