चीन में कोरोना वायरस का खतरा अभी भी बरकरार है। कोरोना वायरस से चीन के हालात भी खराब होते जा रहे हैं। कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे कोरोना संक्रमितों के मौत के आंकड़ों में भी इजाफा दिख रहा है। हालांकि, चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले कितने आ रहे हैं, इसको लेकर जो आधिकारिक आंकड़े आएं हैं, उस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। इतना ही नहीं, दावा किया जा रहा है कि चीन मौत के मामलों को भी छिपा रहा है। इन सब के बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट भी सामने आ गई है। एशिया टाइम्स ने हेल्थ एक्सपोर्ट के हवाले से एक रिपोर्ट तैयार किया है।
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रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पिछले 1 महीने में चीन की प्रतिशत आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुकी है। इसके साथ ही चीन के एक महामारी विशेषज्ञ ने यह भी दावा किया है कि देश के ज्यादातर शहरों ने यह रिपोर्ट दी है कि उनके यहां 50% लोगों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दूसरी ओर चीन महामारी को नियंत्रित करने के तमाम उपायों के बाद इस महीने चंद्र नव वर्ष पर बड़ी संख्या में लोगों के यात्रा करने के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम से कम करने के लिए प्रयासरत है। परिवहन मंत्रालय ने यात्रियों खासकर बुजुर्ग लोगों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बीमार लोगों से यात्रा कम करने और भीड़ ना लगाने की अपील की। सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल कर रहे लोगों को मास्क लगाने और अपने स्वास्थ्य और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है।
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वर्तमान में चीनी सरकार ने नागरिकों से पूरी तरह से घर पर रुकने की अपील बंद कर दी गई है जैसा कि सरकार ने यह महामारी की शुरुआत में ही किया था। हालांकि कुछ स्थानीय सरकारों ने प्रवासी श्रमिकों से घर नहीं लौटने का आग्रह किया है। चीन सरकार ने आर्थिक दुष्प्रभाव की बढ़ती चिंताओं और कहीं-कहीं पाबंदियों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के बीच दिसंबर में अचानक लॉकडाउन, प्रथकवास और सामूहिक जांच की व्यवस्था खत्म कर दी थी। इसके बाद देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में तेजी आ गई। चीन रविवार को विदेशों से आने वाले नागरिकों को अनिवार्य रूप से पृथकवास में भेजने की व्यवस्था को भी खत्म कर रहा है। दुनियाभर में चीन से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच अनिवार्य करने वाले देशों की संख्या बढ़ रही है।