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बदहाल इकोनॉमी वाले कंगाल मुल्क के 2 शहरों में तहखाने से अरबों की करंसी बरामद, मीडिया हाउस के मालिक की बिल्डिंग

संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के वाणिज्यिक बैंकिंग सर्कल ने एक सफल छापेमारी की है, जिसमें शमसाबाद में एक निर्माणाधीन आवासीय संपत्ति पर अरबों रुपये की भारी मात्रा में विदेशी और स्थानीय मुद्रा का खुलासा हुआ। यह छापेमारी एक्सचेंज कंपनियों के हुंडी और हवाला कारोबार के खिलाफ देशव्यापी अभियान का हिस्सा है। इस ऑपरेशन के बाद अवैध व्यापारिक गतिविधियों के संबंध में सावधानीपूर्वक साक्ष्य संग्रह किया गया। इसके बाद रावलपिंडी में एक घर को निशाना बनाकर छापेमारी की गई, जिसमें 13 कम्प्यूटरीकृत लोहे के लॉकर जब्त किए गए, जिनमें बड़ी मात्रा में विदेशी और स्थानीय मुद्रा नकदी थी। इन अभियानों के सिलसिले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था।

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छापेमारी करने वाली एफआईए विंग ने अपना ऑपरेशन शुरू करने से पहले एक सप्ताह तक स्थान का सर्वेक्षण किया। प्लाजा के डबल बेसमेंट के पार्किंग एरिया में एक छोटा सा लोहे का गेट मिला। वहां अतिरिक्त निर्माण उपकरण भी रखे हुए थे। एजेंसी की टीम ने बाहरी दीवारों को तोड़ दिया और तेज आवाज सुनी, जिससे पता चला कि पीछे खाली जगह है। दीवार तोड़ने पर उन्हें एक छोटा गुप्त दरवाजा मिला जिसके पीछे 13 बड़े लोहे के लॉकर थे। परिसर में सुरक्षा प्रणालियाँ और कैमरे भी लगाए गए थे। रिपोर्टों के अनुसार, एफआईए टीम और प्लाजा मालिक के बीच उजागर धन को लेकर तीखी नोकझोंक हुई।

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प्लाजा मालिक ने इस बात पर जोर दिया कि अधिकारी पैसा मौके पर ही छोड़ दें, जबकि एफआईए टीम ने कहा कि बरामद पैसा जब्त कर लिया जाएगा। एफआईए ने सहायता के लिए पुलिस को बुलाया। एजेंसी ने कहा, प्रारंभिक रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।  जब प्लाजा के मालिक शेख इफ्तिखार आदिल से संपर्क किया गया और पैसे की जब्ती के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि परिसर में कोई बैंक संचालित नहीं हो रहा था, ऐसी सूचना मिली थी।

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